नई दिल्ली: कांग्रेस के शीर्ष नेताओं पर पलटवार करते हुए, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि कांग्रेस को लोगों द्वारा पूरी तरह से "अस्वीकार" किया जाएगा। इसलिए "ऐतिहासिक हार के डर से" कांग्रेस ने एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर और भारतीय लोकतंत्र और संस्थाओं के खिलाफ "प्रलाप" किया है। जेपी नड्डा ने अपने ट्वीट में लिखा कि, कांग्रेस को जनता पूरी तरह से खारिज कर देगी और ऐतिहासिक हार के डर से उनके शीर्ष नेतृत्व ने एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया और भारतीय लोकतंत्र और संस्थानों के खिलाफ बयानबाजी की। वे आसानी से अपनी अप्रासंगिकता का दोष 'वित्तीय परेशानियों' पर मढ़ रहे हैं। दरअसल, उनका दिवालियापन आर्थिक नहीं, बल्कि नैतिक और बौद्धिक है। अपनी गलतियों को सुधारने के बजाय, कांग्रेस अपनी परेशानियों के लिए अधिकारियों को दोषी ठहरा रही है। चाहे ITAT हो या दिल्ली हाई कोर्ट, उन्होंने कांग्रेस से नियमों का पालन करने, बकाया करों का भुगतान करने के लिए कहा है, लेकिन पार्टी ने कभी ऐसा नहीं किया। नड्डा ने आगे लिखा कि, जिस पार्टी ने हर क्षेत्र, हर राज्य और इतिहास के हर पल में लूट की हो, उसके लिए वित्तीय लाचारी की बात करना हास्यास्पद है। जीप से लेकर हेलिकॉप्टर घोटाले से लेकर बोफोर्स तक सभी घोटालों से जमा हुए पैसे का इस्तेमाल कांग्रेस अपने चुनाव प्रचार में कर सकती है। कांग्रेस के अंशकालिक नेता कहते हैं कि भारत का लोकतंत्र होना झूठ है - क्या मैं उन्हें विनम्रतापूर्वक याद दिला सकता हूं कि 1975 और 1977 के बीच केवल कुछ महीनों के लिए भारत एक लोकतंत्र नहीं था और उस समय भारत की प्रधान मंत्री कोई और नहीं बल्कि श्रीमती इंदिरा गांधी थीं। बता दें कि, पार्टी प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे के नेतृत्व में, पूर्व कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी और राहुल गांधी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की और चुनावी बांड मुद्दे सहित कई मुद्दों पर भाजपा सरकार पर हमला किया और आरोप लगाया कि उनके बैंक खातों को फ्रीज करने के लिए भाजपा जिम्मेदार थी। छुट्टी रद्द, इस बार रविवार को भी खुले रहेंगे बैंक ! RBI ने क्यों दिया ये आदेश ? 'इंदिरा-राजीव की विरासत का अपमान कर रहे राहुल गांधी..', अपने पूर्व अध्यक्ष पर क्यों भड़के कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ? 'अरविंद केजरीवाल के खिलाफ सबूत दो..', कोर्ट ने गिरफ़्तारी से राहत मांगने गए दिल्ली CM की याचिका पर ED से माँगा जवाब