लखनऊ: कांग्रेस पार्टी पर निशाना साधते हुए पार्टी के पूर्व नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा कि केरल के वायनाड लोकसभा क्षेत्र से प्रियंका गांधी को मैदान में उतारकर कांग्रेस ने साबित कर दिया है कि वह “हिंदुओं पर भरोसा नहीं करती है।” आचार्य कृष्णम ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि, "वायनाड से प्रियंका गांधी को मैदान में उतारकर कांग्रेस ने साबित कर दिया है कि उसे हिंदुओं पर भरोसा नहीं है। अगर पार्टी को हिंदुओं पर भरोसा होता तो प्रियंका गांधी को किसी और सीट से मैदान में उतारा जाता।" कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने सोमवार को वायनाड से प्रियंका गांधी की उम्मीदवारी की घोषणा की। वायनाड सीट पर उपचुनाव इसलिए जरूरी हो गया था क्योंकि राहुल गांधी ने गांधी परिवार की पारम्परिक उत्तर प्रदेश की रायबरेली सीट बरकरार रखने का फैसला किया था, जो हाल ही में हुए लोकसभा चुनावों में उन्होंने जीती दूसरी सीट थी। प्रमोद कृष्णम ने कांग्रेस नेतृत्व पर प्रियंका गांधी को केवल उपचुनाव में टिकट देकर उनका कद कम करने का आरोप लगाया और कहा कि वह पार्टी में "सबसे लोकप्रिय चेहरा" हैं और उन्हें कांग्रेस अध्यक्ष बनाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा, "प्रियंका गांधी कांग्रेस में सबसे लोकप्रिय चेहरा हैं। उन्हें कांग्रेस अध्यक्ष बनाया जाना चाहिए था... उन्हें उपचुनाव में लोकसभा का टिकट देकर प्रियंका गांधी का कद कम करने की कोशिश की जा रही है। फिर भी, वह एक नई पारी शुरू कर रही हैं, मेरी शुभकामनाएं उन्हें।" उल्लेखनीय है कि आचार्य कृष्णम कांग्रेस के खिलाफ चौंकाने वाले दावे तब से कर रहे हैं, जब से उन्हें पार्टी विरोधी टिप्पणी के कारण पार्टी से निष्कासित किया गया था। पिछले महीने उन्होंने दावा किया था कि कांग्रेस पार्टी जल्द ही राहुल गांधी गुट और प्रियंका गांधी गुट में विभाजित हो सकती है। उन्होंने यह टिप्पणी राहुल गांधी द्वारा रायबरेली से नामांकन दाखिल करने के बाद की, जबकि प्रियंका गांधी ने लोकसभा चुनाव नहीं लड़ा। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने सोमवार को एक विशेष संवाददाता सम्मेलन में प्रियंका गांधी की वायनाड से उम्मीदवारी की घोषणा की। इससे पहले राहुल गांधी ने घोषणा की थी कि वह वायनाड से सांसद के रूप में इस्तीफा दे देंगे और रायबरेली निर्वाचन क्षेत्र अपने पास रखेंगे। उल्लेखनीय है कि यदि प्रियंका गांधी वायनाड से जीतती हैं तो नेहरू-गांधी परिवार के तीन सदस्य संसद में होंगे - सोनिया गांधी राज्यसभा में और राहुल गांधी और प्रियंका गांधी लोकसभा में। इस बीच, कांग्रेस पार्टी की केरल इकाई ने प्रियंका गांधी की उम्मीदवारी का स्वागत किया।केरल विधानसभा में विपक्ष के नेता वीडी सतीशन ने प्रियंका गांधी की ऐतिहासिक बहुमत से जीत का विश्वास जताया। केरल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष के सुधाकरन ने भी प्रियंका की उम्मीदवारी का स्वागत किया और कहा कि अब से संसद में केरल के लिए दो गांधी आवाजें बोलेंगी। प्रियंका गांधी ने सोमवार को कहा कि वह वायनाड से उपचुनाव लड़ेंगी लेकिन अमेठी और रायबरेली से उनका दशकों पुराना जुड़ाव जारी रहेगा। बता दें कि, यहाँ से प्रियंका की जीत के आसार काफी अधिक हैं, क्योंकि इस सीट पर 45 फीसद मुस्लिम आबादी है, और मुस्लिम लीग ने खुलकर कांग्रेस को समर्थन दिया है, इसलिए कम्युनिस्ट पार्टी को जाने वाला मुस्लिम वोट भी यहाँ कांग्रेस को ही जाएगा और वो निर्णायक साबित होगा, इसके अलावा 12.5 फीसद क्रिस्चियन वोट भी रोमन कैथोलिक सोनिया गांधी की बेटी प्रियंका के खाते में जा सकता है, इसके अलावा हिन्दू वोट भी जीत का मार्जिन बढ़ाने में मदद कर सकते हैं। पाकिस्तानी ब्रिगेडियर आमिर हमजा को 'अज्ञात' हमलावरों ने गोलियों से भूना, कश्मीर में आर्मी कैंप पर हुए हमले में आया था नाम यौन शोषण मामले में पूर्व JDS नेता प्रज्वल रेवन्ना की हिरासत 14 दिन बढ़ी ब्रिटेन के चुनाव में 'कश्मीर' के नाम पर मांगे जा रहे वोट, आखिर क्या है इसका कारण ?