भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा का शीतकालीन सत्र शुरू हो जाने के बाद इसमें सियासी लड़ाईयां तेज हो गई है। पक्ष विपक्ष की राजनीती इस सत्र के दौरान भी देखने को मिल रही है। अब विधानसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर सियासी घमासान मचा चल रहा है। इसको लेकर कांग्रेस ने अपने विधायकों के लिए त्री-लाइनर व्हिप जारी कर दिया है, साथ ही प्रस्ताव के अपेक्षित रिजेक्शन को लेकर विपक्ष ने स्पीकर के खिलाफ ही यह अविश्वास प्रस्ताव लाने की बात सामने रखी है। जिसके बाद विपक्ष के इस रुख पर प्रदेश सरकार के मंत्री ने उल्टा उन्हीं से सवाल पूछ लिया है। अविश्वास प्रस्ताव पर बात करे तो यह प्रस्ताव कांग्रेस की तरफ से गिरीश गौतम के खिलाफ में आया है। जिसके बाद से सियासी घमासान के बीच कांग्रेस के दिग्गजों का इसपर बयान आना शुरू हो गया है। प्रस्ताव पर चर्चा न होने के हालात में विपक्ष ने आसंदी के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने की बात भी कही है। इस दौरान पूर्व मंत्री जीतू पटवारी ने कहा कि अविश्वास प्रस्ताव अगर ग्राह्य नहीं होगा तो विधनसभा अध्यक्ष की भूमिका संदिग्ध होगी। इसी के चलते विपक्ष के विधायकों के अधिकारों की रक्षा कैसे होगी? इस मुद्दे पर नेता प्रतिपक्ष की और से डॉ गोविंद सिंह ने कहा कि अध्यक्ष गिरीश गौतम ने दिन तय नहीं किया है। कई मुद्दे हैं जो हम सदन में उठाएंगे। इस पूरे अविश्वाश प्रस्ताव पर प्रदेश सरकार के मंत्री विश्वास सारंग का बयान भी सामने आया जिसमे उन्होंने कहा की हर प्रस्ताव पर चर्चा करने के लिए सरकार पूर्ण तरह से तैयार है, लेकिन इस अविश्वास प्रस्ताव से पहले कांग्रेस पार्टी यह बताएं कि क्या नेता प्रतिपक्ष पर सभी विधायकों का भरोसा है और साथ ही कांग्रेस किस बात के लिए अविश्वास प्रस्ताव ला रही है। खुदकी अपहरण की शाजिश रचकर पुलिस को कर दिया गुमराह 7 साल बाद कोर्ट का आया आदेश, 28 शिकारियों को 5 साल की कैद, बाघ का किया था शिकार मध्यप्रदेश में होने वाले चुनाव से पहले साध्वी प्रज्ञा को कोर्ट से मिली बड़ी राहतदोस्ती के बाद हुआ प्यार, फिर किया बलात्कार और...