सिंधिया के पार्टी छोड़ने से कांग्रेस की बदली सोच, गुजरात में किया ऐसा काम

भारत में बहुत पुरानी कहावत है कि दूध का जला छाछ भी फूंककर पीता है, यह कहावत तब सार्थक हो गई जब कांग्रेस ने गुजरात से राज्यसभा के लिए वरिष्ठ नेता राजीव शुक्‍ला का नाम काटकर पूर्व केंद्रीय मंत्री भरतसिंह सोलंकी को राज्यसभा उम्मीदवार बनाया.

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आपकी जानकारी के लिए बता दे कि शुकला ने सोशल मीडिया के माध्‍यम से खुद के प्रत्‍याशी बनाए जाने की जानकारी सार्वजनिक की थी जिसके बाद सोलंकी समर्थक विधायक भड़क गए. दोपहर तीन बजे जब कांग्रेस प्रत्याशियों के रूप में वरिष्ठ नेता शक्तिसिंह गोहिल व राजीव शुक्ला का नाम उछला जिसके बाद कांग्रेस विधायक बलदेवजी ठाकोर सहित करीब एक दर्जन विधायकों ने सोलंकी के समर्थन में बैठक शुरु करते हुए आलाकमान को मध्य प्रदेश जैसा वाकया गुजरात में दोहराने के संकेत दे दिए.

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ऐसा माना जा रहा कि सोलंकी ज्योतिरादित्य के करीबी माने जाते हैं तथा बड़ी संख्‍या में कांग्रेस विधायक उनके समर्थक हैं, गुजरात कांग्रेस अध्यक्ष अमित चावडा उनके रिश्तेदार हैं. बताया जाता है कि सोलंकी ने आलाकमान को गुजरातमें बदलते राजनीतिक समीकरण की जानकारी दी जिसके बाद कांग्रेस ने अपनी अधिकारिक उम्‍मीदवारों की सूची में गोहिल के साथ सोलंकी के नाम की घोषणा की.

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