लखनऊ: समाजवादी पार्टी (सपा) नेता आजम खान के प्रकरण में पार्टी लाइन से हटकर बयान देने वाले दो कांग्रेस नेताओं, फैसल लाला और मतीउर्रहमान को पार्टी ने कारण बताओ नोटिस भेजा है. कांग्रेस पार्टी ने दोनों नेताओं से पांच दिन में जवाब देने के लिए कहा है. अनुशासन समिति की तरफ से रामपुर के कांग्रेस नेता फैसल लाला को भेजे गए नोटिस में कहा गया है कि आजम खान से उनकी पुरानी रंजिश है और व्यक्तिगत हित में पार्टी के बैनर का उपयोग करते हुए गलत बयान दे रहे हैं. मतीउर्रहमान उर्फ बबलू को भी सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के रामपुर आने के कार्यक्रम के खिलाफ पार्टी की बिना इजाजत बयान देने को अनुशासनहीनता माना गया है. दरअसल, फैसल लाला ने कहा था कि अखिलेश यादव रामपुर में दंगा भड़काने आ रहे हैं. फैसल लाला ने यूपी की गवर्नर आनंदी बेन पटेल को पत्र लिखकर कहा था कि रामपुर संसदीय सीट से सांसद आज़म खान के खिलाफ तक़रीबन 80 मुकदमें जनपद के विभिन्न थानों में दर्ज हैं. इसके साथ ही आज़म खान की यूनिवर्सिटी से पुलिस ने चोरी का माल भी बरामद किया है और आज़म खान को भूमाफिया घोषित कर दिया गया है. पत्र में कहा गया था कि इन मकदमों के कारण न सिर्फ पीड़ित परिवार बल्कि आम जनता में भी आज़म खान के खिलाफ रोष फ़ैल गया है, इसलिए आज़म खान पिछले दो महीनों से रामपुर से फरार हैं और उनके खिलाफ कई मुकदमों में अदालत से वारंट भी जारी हो चुके हैं. इसके बाद भी सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव, आज़म खान के समर्थन में रामपुर आकर माहौल खराब करना चाहते हैं, इस बात से इंकार नही किया जा सकता कि सपा आज़म खान के बहाने रामपुर समेत पूरे राज्य में दंगा कराने की फिराक में हैं. लंबे समय तक चली अमित शाह और सीएम योगी की बैठक, इन तीन मुद्दों पर हुई चर्चा इन मुद्दों पर तीन राज्यों में चुनाव लड़ेगी कांग्रेस एनआरसी सूची में गड़बड़ी पर अमित शाह का बड़ा बयान, किया यह ऐलान