जयपुर: राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता अशोक गहलोत ने भाजपा की आलोचना करते हुए आरोप लगाया कि वे 2024 में लोकसभा चुनाव के दौरान महंगाई और बेरोजगारी के मुख्य मुद्दों से लोगों का ध्यान भटकाने का प्रयास कर रहे हैं। गहलोत ने इस बात पर जोर दिया कि चुनाव के दौरान कांग्रेस की मुख्य चिंता महंगाई और बेरोजगारी है, वहीं भाजपा देश का ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही है। अपनी रैलियों के दौरान उद्योगपतियों के बारे में पीएम मोदी के बयान का जिक्र करते हुए, गहलोत ने बताया कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने लगातार अंबानी और अडानी सहित कुछ उद्योगपतियों के प्रभुत्व को उजागर किया है, जो देश की संपत्ति के एक महत्वपूर्ण हिस्से को नियंत्रित करते हैं। उन्होंने सवाल किया कि उद्योगपतियों का कर्ज क्यों माफ किया जा सकता है जबकि किसानों का कर्ज माफ नहीं किया जाएगा। गहलोत ने आगे कहा कि टेम्पो में काला धन ले जाए जाने के पीएम मोदी के आरोप की जांच सीबीआई और ईडी से कराई जानी चाहिए और प्रधानमंत्री को अपने दावे के समर्थन में सबूत मुहैया कराने चाहिए। गहलोत ने जोर देकर कहा कि पीएम मोदी के खिलाफ उनके गंभीर आरोपों की जांच शुरू की जानी चाहिए और सुझाव दिया कि ईडी, सीबीआई और आयकर जैसी एजेंसियों को जांच शुरू करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी को टेंपो में काला धन ले जाए जाने के अपने दावे के समर्थन में सबूत देना चाहिए। गहलोत का बयान पीएम मोदी द्वारा कांग्रेस और राहुल गांधी की आलोचना करने, अंबानी और अडानी पर उनकी चुप्पी पर सवाल उठाने और उनके बीच संभावित सौदे का सुझाव देने के बाद आया है। पीएम मोदी ने पूछा कि क्या कांग्रेस को दोनों व्यापारियों से "करेंसी नोटों से भरा टेम्पो" मिला था। तेलंगाना के करीमपुर में एक सार्वजनिक रैली में, पीएम मोदी ने कांग्रेस पर चुनाव घोषित होने के बाद से अंबानी और अडानी की आलोचना बंद करने का आरोप लगाया। उन्होंने मांग की कि राहुल गांधी इस बात का खुलासा करें कि मौजूदा चुनावों के लिए अंबानी और अडानी से कितनी धनराशि प्राप्त हुई है और क्या उन्हें काले धन के बैग मिले हैं। 'वोट बैंक खोने से डर गई है कांग्रेस..', रायबरेली में अमित शाह ने साधा निशाना परिवार सहित कहाँ चले गए AAP विधायक अमानतुल्लाह ? मारपीट मामले में घर पहुंची पुलिस को मिला ताला साइबर अपराधों का बड़ा भंडाफोड़, 40,000 फर्जी सिम कार्ड के साथ अब्दुल रोशन गिरफ्तार