भोपाल: मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस से राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह आए दिन अपनी बयानों के चलते चर्चाओं में रहते हैं। हाल ही में उन्होंने किसानों पर की जा रही कार्रवाई पर सवाल उठाये हैं। इन सवालों को उठाते हुए उन्होंने राजनीतिक दलों से किसानों के समर्थन में ट्विटर से आगे चलकर सड़कों पर उतरने का आह्वान किया है। जी दरअसल दिग्विजय सिंह ने एक ट्वीट कर यह कहा है कि, 'जिन 16 राजनीतिक दलों ने किसान विरोधी कानूनों के कारण राष्ट्रपति अभिभाषण का बहिष्कार किया है, उन्हें किसानों के पक्ष में ट्विटर से आगे चल कर, सड़कों पर उतरना चाहिए।' जिन १६ राजनीतिक दलों ने किसान विरोधी क़ानून के कारण राष्ट्रपति अभिभाषण का बहिष्कार किया है उन्हें किसानों के पक्ष में ट्विटर से आगे चल कर, सड़कों पर उतरना चाहिए। राजनाथ जी, आपने टिकैत जी के पक्ष में कंधे से कंधा मिला कर किसानों के लिए संघर्ष करने का वादा किया था अब कब करेंगे? https://t.co/iyfnsEBpoe — digvijaya singh (@digvijaya_28) January 29, 2021 दिल्ली पुलिस ने शांति प्रिय किसानों पर तो डंडे चलाए ट्रेक्टरों को बॉर्डर पर रोक लिया लेकिन दीप सिद्धू के लिए बेरियर भी खोल दिए और लाल क़िले के लोहे के दरवाज़े भी खोल दिए!! अब बताइए देशद्रोही कौन है? https://t.co/VQNNrespRZ — digvijaya singh (@digvijaya_28) January 29, 2021 वहीँ आगे उन्होंने लिखा है, 'राजनाथ जी, आपने टिकैत जी के पक्ष में कंधे से कंधा मिला कर किसानों के लिए संघर्ष करने का वादा किया था, अब कब करेंगे? भाजपा वही कर रही है जो ब्रिटिश हुकूमत ने आजादी की लड़ाई में भारत लड़ रहे सेनानियों के विरुद्ध किया था। सिडेशन का केस लगाया था। गोरे चले गए चेले छोड़ गए।' वैसे अब बात करें किसान आंदोलन के बारे में तो यह एक बार फिर से जोर पकड़ रहा है। बीते शुक्रवार को भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा था, 'हम प्रदर्शन स्थल खाली नहीं करेंगे, हम पहले अपने मुद्दों पर भारत सरकार से बात करेंगे।' राजनाथ सिंह जी आपको फिर याद दिला रहा हूँ आपने राकेश टिकैत को किसानों के विषय में क्या आश्वासन दिया था। उसका विडियो मैं पूर्व में भी सोशल मीडिया पर डाल चुका हूँ। — digvijaya singh (@digvijaya_28) January 29, 2021 उनके अलावा सिंघु बॉर्डर से किसान मजदूर संघर्ष समिति के अध्यक्ष सतनाम सिंह पन्नू ने कहा, 'सरकार जो भी करे हम सिंघु बॉर्डर नहीं छोड़ेंगे। जब तक कानून रद्द नहीं हो जाते और MSP पर नया कानून नहीं बन जाता हम यहां से नहीं जाएंगे। राष्ट्रीय लोक दल (आरएलडी) नेता जयंत चौधरी भी गाजीपुर बॉर्डर पर पहुंचे हैं।' 'रामायण' पर 300 करोड़ की फिल्म बनाएंगे मधु मेंटाना! राम-सीता के किरदार में नजर आएंगे ये स्टार्स हनोई में हुई कोरोना के मामलों में वृद्धि, नए मामले आए सामने IND vs ENG: भारतीय खिलाड़ियों ने पास किया पहला टेस्ट, सीरीज से पहले होंगे 2 और इम्तिहान