नई दिल्ली: नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (NGT) ने तेलंगाना की KCR सरकार के नगर प्रशासन मंत्री केटी रामा राव पर लगे अवैध फार्महाउस बनाने के आरोप की जांच के निर्देश दिए थे. अब एनजीटी के इस फैसले पर राजनीति शुरू हो गई है. देश के पूर्व पर्यावरण मंत्री और कांग्रेस के दिग्गज नेता जयराम रमेश ने इस खबर को ट्वीट करते हुए कहा है कि यही वक़्त है, जब NGT जाग जाए और सरकारों से सलाह लेना बंद कर दे. जयराम रमेश यहीं पर नहीं रुके. उन्होंने अपने ट्वीट में आगे लिखा कि वर्ष 2010 में NGT की स्थापना पर्यावरण कानूनों को लेकर सरकारों की असंवेदनशीलता की जांच करने के लिए हुई थी. इसका उद्देश्य सरकारों को जवाबदेह बनाए रखने के लिए जनता को अवसर देना था. रमेश ने एनजीटी के उस आदेश की खबर भी ट्विटर पर साझा की है, जिसमें NGT ने तेलंगाना के मंत्री के फार्महाउस में पर्यावरण नियमों का उल्लंघन कर कराए गए निर्माण कार्य की जांच के आदेश दिए हैं. रामाराव ने कहा कि यह पहले ही साफ़ कर चुका हूं कि मैं उस संपत्ति का मालिक नहीं हूं. उन्होंने कहा कि वे झूठ का पर्दाफाश करने के लिए कानूनी रास्ता निकालेंगे. आपको बता दें कि NGT की दक्षिणी पीठ ने कांग्रेस सांसद रेवांत रेड्डी की याचिका पर सुनवाई करते हुए 6 जून को पर्यावरण नियमों का उल्लंघन कर अवैध निर्माण कराए जाने के आरोपों की जांच के निर्देश दिए थे. एनजीटी ने तेलंगाना सरकार को नोटिस भी भेजा था. असम में कोरोना का प्रकोप जारी, 225 से अधिक पॉजिटिव मरीज मिले लॉकडाउन में छूट के बाद तेज होगी भारत की अर्थव्‍यवस्‍था क्या कोरोना संक्रमण का बिना मुकाबला करे पटरी पर लौट पाएगी अर्थव्यवस्था ?