हैदराबाद: कांग्रेस के दिग्गज नेता एम वीरप्पा मोइली ने गुरुवार को कहा है कि उनकी पार्टी नहीं चाहती कि 2019 लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में सपा-बसपा-रालोद गठबंधन चुनाव में शिकस्त का सामना करे और उनकी पार्टी उन क्षेत्रों में ‘गठबंधन’ के साथ तालमेल कर सकती है, जहां गठबंधन के घटक दल मजबूत नहीं है. उन्होंने कहा है कि कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश में अपने दम पर चुनाव लड़ने का ऐलान उस समय किया जब सपा-बसपा ने उसे मात्र दो सीटों की पेशकश की. राजस्थान में हुई चुनाव आयोग की बैठक, तैयारियों को लेकर की गई समीक्षा उन्होंने कहा है कि चुनावी दृष्टि से अहम् राज्य उत्तर प्रदेश में लोकसभा की 80 सीटें हैं. मोइली ने कहा है कि, 'कांग्रेस जैसी राष्ट्रीय पार्टी के लिए हम दो सीटों के प्रस्ताव को स्वीकार नहीं कर सकते. इसलिये हम अपने प्रत्याशी उतार रहे हैं.' कर्नाटक के पूर्व सीएम मोइली ने कहा है कि प्रत्याशी उतारने के दौरान गठबंधन के बगैर भी सीटों का तालमेल हो सकता है, आप उस रुझान को देखेंगे. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को हराने में हमारे साथ-साथ उनकी भी दिलचस्पी है. तालमेल किया जा सकता है. पूर्व सांसद आनंद मोहन का बड़ा बयान, कहा - हम कोई फूटबाल नहीं जो कोई किक मारकर किनारे कर दे.. उन्होंने कहा है कि, 'हम नहीं चाहते कि हमारे (सपा-बसपा-रालोद) ‘गठबंधन’ के लोग हार का सामना करें. कांग्रेस, बसपा और सपा के मध्य उस तरह का तालमेल होगा.' यह सवाल किए जाने जाने पर कि उत्तर प्रदेश में जहां उनकी पार्टी मजबूत नहीं है, वहां क्या कांग्रेस सपा-बसपा-रालोद गठबंधन को समर्थन देगी तो उन्होंने जवाब देते हुए कहा, 'हां, चुनाव के दौरान यह तालमेल होगा.' खबरें और भी:- भाजपा में शामिल होकर बोले 'दीदी' के MLA, अब देश के लिए करूँगा काम लोकसभा चुनाव: कांग्रेस के लिए बुरी खबर, राहुल गाँधी के करीबी नेता ने थामा भाजपा का हाथ लोकसभा चुनाव: आप के साथ गठबंधन करें या नहीं, कांग्रेस जनता को लगा रही फ़ोन