कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने माँगा केजरीवाल का इस्तीफा, उधर गिरफ़्तारी को 'लोकतंत्र की हत्या' बता रहे राहुल गांधी

मुंबई: कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि ऐसा पहली बार हो रहा है कि हिरासत में होकर भी वो मुख्यमंत्री की कुर्सी से अभी तक चिपके हुए हैं। उन्होनें कहा कि केजरीवाल को फ़ौरन सीएम पद से इस्तीफा देना चाहिए। भारतीय सियासत में महज 11 साल पुरानी पार्टी राजनीति के पूर्णतः अनैतिक हो जाने की एक मिसाल पेश कर रही है। केजरीवाल जी की अपने पद से चिपके रहने की जिद आगे जाकर भारतीय राजनीति को और खोखली कर देगी।

 

कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने कहा कि केजरीवाल अपने जीवन के सबसे बड़े संकट का सामना कर रहे हैं। इंसानियत के नाते हमें सहानुभूति है। कांग्रेस पार्टी ने भी उन्हें सार्वजनिक तौर पर समर्थन दिया है। मगर वे भारतीय सियासत में नैतिकता की जो नई परिभाषा लिख रहे हैं, उसने मुझे यह पोस्ट लिखने के लिए विवश कर दिया। निरुपम ने कहा कि एक वक़्त था, जब एक हवाला कारोबारी जैन की कथित डायरी में अडवाणी जी, माधवराव सिंधिया और कमलनाथ जैसे नेताओं के नाम मिले थे और उनपर रिश्वत लेने के इल्जाम लगे,तब उन्होंने नैतिकता का तकाजा देकर फ़ौरन अपने पद से त्यागपत्र दे दिया था। लाल बहादुर शास्त्री ने एक ट्रेन हादसे पर इस्तीफा दे दिया था। अभी हाल में जब वे (केजरीवाल) इंडिया अगेंस्ट करप्शन (IAC) का तमाशा पूरे देश को दिखा रहे थे तब कांग्रेस सरकार के मंत्रियों ने भ्रष्टाचार के छिछले आरोपों पर भी अपने पद से त्यागपत्र दे दिया था।

कांग्रेस नेता ने आगे कहा कि,  कुछ महीने पहले की बात है, झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन ने गिरफ्तारी से पहले पद छोड़कर एक नैतिक उदाहरण पेश किया था। हजारों वर्ष पीछे जाएं तो अपने पिता के वचन के लिए राम ने राजपाट छोड़ दिया था। निरुपम ने केजरीवाल पर कई सवाल उठाते हुए पूछा कि दिल्ली के शराब घोटाले की असलियत क्या है, इसका फैसला कोर्ट को करना है। मगर एक सीएम पर इस घोटाले में भ्रष्टाचार का इल्जाम लगा है, उनकी गिरफ्तारी हुई है, वे हिरासत में है और मुख्यमंत्री की कुर्सी से अभी तक चिपके हुए हैं? यह कैसी नैतिकता है ?

 

कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने कहा की उन्हें फ़ौरन अपने पद से इस्तीफा देना चाहिए। हम अपने-अपने सियासी कुनबे के हिसाब से पूरी घटना पर स्टैंड ले रहे हैं, पर खतरा यह है कि केजरीवाल जी की अपने पद से चिपके रहने की जिद आगे जाकर भारतीय राजनीति को और खोखली कर देगी। इस खतरे को राजनीति से ऊपर उठकर भांपने की जरूरत है। बता दें कि, एक तरफ जहाँ कांग्रेस नेता संजय निरुपम केजरीवाल का इस्तीफा मांग रहे हैं, वहीं पार्टी के दिग्गज नेता राहुल गांधी और प्रियंका वाड्रा, गिरफ़्तारी को ही लोकतंत्र की हत्या बता रहे हैं। गौर करने वाली बात ये भी है कि, 2022 में कांग्रेस ने ही केजरीवाल के खिलाफ शराब घोटाले की शिकायत की थी। हाल ही में हुए तेलंगाना चुनाव में राहुल गांधी ने दिल्ली सीएम को भ्रष्ट कहा था। लेकिन अब जब AAP और कांग्रेस दोनों INDIA गठबंधन की साथी हैं, ऐसे में कांग्रेस केजरीवाल का समर्थन कर रही है, लेकिन फिर भी कुछ नेता हैं, जो दिल्ली सीएम से चिढ़े हुए हैं। 

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