'लड़की हैं तो क्या, टिकट दे दें ..', लड़की हूँ लड़ सकती हूँ अभियान पर बोलीं कांग्रेस नेता शहला अहरारी

लखनऊ: यूपी में कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव ने नारा दिया है, 'लड़की हूं, लड़ सकती हूं', मगर पार्टी ने लखनऊ की डॉ. प्रियंका मौर्य को लड़ने ही नहीं दिया गया. प्रियंका मौर्य का कहना है कि पार्टी ने अपने महिला घोषणा पत्र के कवर पेज के सेंटर में, उनकी फोटो लगाकर, उनके साथ धोखा किया है. वहीं, देवरिया की महिला कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष शहला अहरारी ने भी स्पष्ट कह दिया है कि वे केवल लड़की हैं, इसलिए टिकट दे दिया जाए यह सम्भव नहीं है.

शहला अहरारी का कहना है कि टिकट तो कई लोग मांगते हैं, किन्तु केवल महिला होने के नाते सबको टिकट दे दिया जाए यह भी संभव नहीं है. आपकी क्या कार्यशैली है यह भी मायने रखता है. डॉ प्रियंका के मामले में, सबसे बेसिक प्रॉब्लम यह थी कि वह 3 माह पहले ही कांग्रेस में शामिल हुई हैं. उन्होंने यह भी कहा कि प्रियंका मौर्य अच्छी महिला हैं, सामाजिक कार्यकर्ता हैं, किन्तु महिलाओं को हर जगह से टिकट दे दिया जाए, यह भी संभव नहीं है. उन्होंने कहा कि यूपी में 403 विधानसभा हैं. हमने 100 फीसद की नहीं, 40 फीसद महिलाओं को टिकट देने की बात की थी. आरोप-प्रत्यारोप तो प्रत्येक सियासी दल पर टिकट बंटवारे के बाद लगते हैं, कांग्रेस में कोई नया नहीं है.

वहीं दूसरी ओर, लखनऊ की डॉ प्रियंका मौर्य, जिनकी फोटो कांग्रेस के महिला घोषणापत्र के कवर पेज पर लगी हुई है, उनका कहना है कि कांग्रेस ने उनके OBC चेहरे का उपयोग किया है. उन्हें टिकट न देकर, पहले से निर्धारित किसी दूसरे प्रत्याशी को टिकट दे दिया गया, जबकि उनकी कई दफा स्क्रीनिंग हुई थी. उनका यह भी कहना था कि आवेदकों की जो लिस्ट तैयार की गई थी, उसमें सबसे पहला नाम उनका था, फिर भी कांग्रेस ने उन्हें उम्मीदवार नहीं बनाया.

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