नई दिल्ली: Tokyo Olympics में कांस्य पदक जीतने वाली भारतीय पुरुष हॉकी टीम के कप्तान मनप्रीत सिंह ने मंगलवार (10 अगस्त 2021) को राजीव गाँधी खेल रत्न पुरस्कार का नाम बदल कर मेजर ध्यानचंद के नाम पर रखने के केंद्र सरकार के फैसले का समर्थन किया। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि इतने सालों के बाद मेडल जीतकर काफी अच्छा लगा। पुरुष हॉकी टीम के कप्तान मनप्रीत सिंह द्वारा केंद्र सरकार के इस फैसले का समर्थन करना कांग्रेस को रास नहीं आया। खेल रत्न पुरस्कार का नाम बदलने के प्रति मनप्रीत के समर्थन ने कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता समेत सोशल मीडिया पर कई लोगों को परेशान कर डाला। डॉ शमा मोहम्मद ने इस मुद्दे को लेकर ट्विटर पर कहा कि, 'क्या हमारे पुरुष हॉकी कप्तान इस तथ्य से अनभिज्ञ हैं कि यह राजीव गाँधी खेल रत्न पुरस्कार था, न कि सिर्फ खेल रत्न पुरस्कार!” इस बीच कांग्रेस से हमदर्दी रखने वाले सुमंत रमन ने भी मनप्रीत सिंह के उस बयान पर अपनी नाराजगी प्रकट की, जिसमें उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा पुरस्कार का नाम बदलकर मेजर ध्यानचंद के नाम पर रखने के फैसले का समर्थन किया था। बता दें कि पीएम मोदी ने 6 अगस्त 2021 को ऐलान किया था कि अब से राजीव गाँधी खेल रत्न पुरस्कार को मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार के रूप में जाना जाएगा। पीएम मोदी ने कहा था कि उन्हें पूरे देश के लोगों से इस पुरस्कार का नाम भारतीय हॉकी के दिग्गज के नाम पर रखने का अनुरोध प्राप्त हुआ है। इसलिए उनकी इच्छा का सम्मान करते हुए नाम को बदल दिया गया है। दिल्‍ली-लखनऊ नेशनल हाइवे पर हुआ भयंकर बस हादसा, सवार थे 100 मजदूर मोदी सरकार मजार-ए-शरीफ से वापस लायी भारतीय नागरिक केरल में बढ़ सकता है कोरोना संक्रमित मामलों का आंकड़ा: केंद्रीय टीम