जयपुर: राजस्थान में कांग्रेस विधायक दल की मीटिंग पूरी हुई. बैठक में सीएम अशोक गहलोत समेत कई अन्य मंत्री और पार्टी के विधायक मौजूद. मीटिंग जैसलमेर के सूर्यगढ़ में हुई. सीएम अशोक गहलोत और पूर्व सीएम सचिन पायलट में सुलह के उपरांत पार्टी विधायक दल की मीटिंग हुई. दिल्ली से भेजे गए शीर्ष कांग्रेसी नेताओं की मौजूदगी में सीएम गहलोत सभी विधायक जुटे. अनुमान लगाए जा रहे हैं कि इस विधायक दल की बैठक में सचिन पायलट को डिप्टी सीएम पद दिया जाए इसको लेकर भी चर्चा की गई. जंहा इस बात का पता चला है कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और महासचिव प्रियंका गांधी ने सोमवार को पायलट को बुलाकर सीधी वार्तालाप की गई. पायलट ने कांग्रेस के साथ अपनी सियासी पारी चालू रखने की प्रतिबद्धता भी जताई थी. हाईकमान ने पायलट व उनके समर्थक विधायकों की शिकायतों पर गौर कर हल निकालने के लिए 3 सदस्यीय समिति बनाने का एलान किया है. इस सुलह से जहां कांग्रेस ने राजस्थान विधानसभा में नंबर गेम साधने का प्रयास किया है, वहीं अपने दल के साथियों का भी समर्थन खोते जा रहे पायलट को भी पार्टी में बने रहना ही अधिक सुरक्षित विकल्प लग रहा है. रणदीप सुरजेवाला ने दिए थे संकेत: पूर्व में गहलोत और पायलट के हुई कहासुनी को लेकर आज रणदीप सुरजेवाला से जब प्रसघ्न पूछा गया तो उन्होंने साफ संकेत देते हुए बताया था कि सचिन पायलट और विधायकों की नेतृत्व के साथ हुई बैठक के उपरांत अब यह अध्याय बंद कर दिया गया है. सारी कड़वाहट और पुरानी बातें भुलाकर राजस्थान की प्रगति व तरक्की के लिए सरकार के बाकी बचे साढे 3 साल में सभी मिलकर कार्य करने वाले है. सुरजेवाला ने अंत भला तो सब भला का उदाहरण देते हुए राहुल गांधी की दूरदर्शिता और प्रियंका गांधी वाड्रा के सभी को साथ लेकर चलने के संकल्प को इस समाधान का श्रेय जारी कर दिया. हालांकि वे सूबे में अशोक गहलोत के परिपक्व नेतृत्व की सराहना करना भी नहीं भूले थे. अमेरिका में कोरोना की चपेट में आए, 97000 हजार से भी ज्यादा बच्चे कल होगी BSP के विधायकों के कांग्रेस में विलय को लेकर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई एक फेसबुक पोस्ट से बेंगलुरु में मचा हमला, 2 की मौत और 60 पुलिसकर्मी घायल