मेघालय से कांग्रेस को लगा बड़ा झटका, वरिष्ठ नेता ने दिया इस्तीफ़ा

शिलॉंग: मेघालय राज्य के पांच बार के मुख्यमंत्री रह चुके कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष ने ‘वरिष्ठ नेताओं’ को दरकिनार करने का आरोप लगाते हुए पार्टी से इस्तीफ़ा दे दिया है. राहुल गाँधी को भेजे गए त्यागपत्र में डोनवा डेथवेलसन लापांग ने लिखा कि 'न चाहते हुए हुये भी दुखी होकर मैं इस्तीफ़ा दे रहा हूँ'. उन्होंने आरोप लगाए कि पार्टी अब बुज़ुर्गों को दरकिनार करने की नीति पर काम कर रही है, यह बड़ा ही दुखद है.​ पीएम मोदी की मंजूरी के बिना नहीं भाग सकता था माल्या - राहुल गाँधी अपने त्याग पत्र  में आगे उन्होने लिखा, ना चाहते हुए भी बिना मन से, दुखी भाव से उन्होंने कांग्रेस से त्याग पत्र दिया है.  पत्र  में आगे उन्होने लिखा है कि' अब पार्टी के लिए बुज़ुर्गों कि सेवा कि कोई ज़रूरत नहीं दिख रही है,और न ही अब वरिष्ठ नेताओं के सहयोग कि ज़रूरत पार्टी को रह गई है. जिसने उन्हें निराश किया है, और पार्टी से इस्तीफ़ा देने पर मज़बूर कर दिया है. शहजाद पूनावाला का दावा, नीरव की कॉकटेल पार्टी में गए थे राहुल गाँधी    आपको बतादें कि लापांग पहली बार 1992 में मेघालय राज्य के मुख्यमंत्री बने थे, तत्पश्चात 2003 और 2007 में फिर 2009 में मुख्यमंत्री के पद पर काबिज़ हुए. ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी के मेघालय राज्य प्रभारी ने कहा कि वह तीन सालों से लापांग से मिले ही नहीं है. वहीँ मेघालय राज्य कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष ने कहा कि वह इस मामले से अचंभित हैं और कोशिश करेंगे कि इस मामले को जल्दी सुलझा लिया जाय. अन्य ख़बरें   माल्या से मिलीभगत के आरोपों पर वित्त मंत्री ने तोड़ी चुप्पी इतने विवादों के बाद भी आखिर क्यों नहीं हुई राफेल डील रद्द BJP खेल रही है 'नीरव उड़,माल्या उड़' : कांग्रेस

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