मुंबई: किसानों की समस्याएं सुनने के लिए महाराष्ट्र में विपक्ष की संघर्ष यात्रा में नया विवाद पैदा हो गया है. इस विवाद के केंद्र में वह एयर कंडीशंड बस है जिसमें विपक्षी दलों के विधायक संघर्ष यात्री बनकर सफर कर रहे हैं.बता दें कि बस पर लगा मर्सिडीज बेंज का स्टीकर ही बस के आलीशान होने का संकेत दे रहा है,वहीं बीजेपी के एक मंत्री ने इस यात्रा को पिकनिक करार दिया है. गौरतलब है कि एक ओर महाराष्ट्र में विधान भवन में बजट सत्र चल रहा है. वहीं दूसरी ओर इसे बीच में छोड़कर अपने संगठन में जान फूंकने के मकसद से कांग्रेस ने महाराष्ट्र में संघर्ष यात्रा का आयोजन किया है. इस संघर्ष में कांग्रेस ने एनसीपी को भी साथ में कर लिया है. बता दें कि यह संघर्ष यात्रा राज्य के उन इलाकों में जाएगी जहां किसान सबसे ज्यादा परेशान हैं. किसान की कर्जमाफी इस यात्रा का मुख्य एजेंडा है.इस यात्रा की शुरुआत किसान आत्महत्याओं के लिए परिचित विदर्भ से हुई.संघर्ष यात्री विधायकों ने चंद्रपुर में आत्महत्या कर चुके किसान के परिजनों से मिले. लेकिन एसी बस में निकली कांग्रेस विधायकों की इस संघर्ष यात्रा विवादों में आ गई. संघर्ष के लिए एसी बस से सफर करना सत्तापक्ष के लिए टिप्पणी करने का मुद्दा बन गया.राज्य के मंत्री विनोद तावड़े ने इस संघर्ष यात्रा को एसी बस से घूमते विपक्षी नेताओं की पिकनिक करार दिया है. वहीं किसान आंदोलन से जुड़े वरिष्ठ नेता विजय जावंदिया ने सवाल किया कि इस संघर्ष यात्रा को लेकर ग्रामीण भारत और शहरी भारत में कहीं दूरी तो पैदा नही हो रही है.हालाँकि कांग्रेस ने संघर्ष यात्रा में शामिल होने वाले अपने विधायकों के लिए एक आचार संहिता बनाई थी. जिसमें स्पष्ट रूप से कहा गया था कि यात्रा के दौरान कोई भी विधायक महंगे आभूषण जैसे घड़ी, गॉगल आदि पहनकर नहीं चलेगा. साथ ही आयोजन के दौरान सादगी बनी रहेगी. यह भी देखें महाराष्ट्र : हंगामा करने के कारण 19 विधायक 9 महीने के लिए सदन से निलंबित BCCI ने महाराष्ट्र-गुजरात संघों के मामले में छपी रिपोर्ट को ठहराया गलत