अहमदाबाद: गुजरात में कांग्रेस की विधायक आशा पटेल ने शनिवार को 'अंदरूनी कलह' को कारण बताते हुए विधानसभा और पार्टी की सदस्यता से त्यागपत्र दे दिया है. मेहसाणा जिले के ऊंझा विधानसभा सीट से विधायक आशा पटेल ने गांधीनगर में राज्य के विधानसभा अध्यक्ष राजेंद्र त्रिवेदी को शनिवार सुबह अपना इस्तीफा सौंप दिया है. अमेरिका में गिरफ्तार हुए भारतीय स्टूडेंट्स, बचाने में सुषमा स्वराज ने झोंक दी पूरी ताकत लोकसभा चुनाव से पहले आशा पटेल के इस्तीफे को कांग्रेस के लिए करारा झटका माना जा रहा है. 2017 के विधानसभा चुनाव में आशा पटेल ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की ऊंझा सीट पर कांग्रेस को जीत दिलाई थी. ऊंझा, महेसाणा लोकसभा सीट में आने वाले सात विधानसभा सीटों में से एक है. सात विधानसभा क्षेत्रों में से चार भाजपा और तीन कांग्रेस के पाले में हैं. जबकि महेसाणा लोकसभा सीट भाजपा के पास है. मोदी को सुनने के लिए बंगाल में उमड़ी भीड़, भगदड़ की स्थिति देख पीएम ने छोटा किया भाषण आशा पटेल ने पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी को खत लिखकर अपने इस्तीफे का ऐलान किया है. उन्होंने मीडिया में कहा है कि, 'मैंने अंदरूनी कलह और पार्टी नेतृत्व द्वारा मेरी अनदेखी करने के चलते त्यागपत्र दे दिया है.' पटेल ने यह भी दावा किया है कि गत एक वर्ष में राज्य के मुद्दों पर दी गई उनकी किसी भी राय पर ध्यान नहीं दिया गया. सत्तारूढ़ भाजपा में शामिल होने के प्रश्न होने पर उन्होंने कहा है कि वे कोई निर्णय लेने से पहले निर्वाचन क्षेत्र के लोगों से चर्चा करेंगी. खबरें और भी:- पटना: रैली से पहले ही कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ीं, राहुल गाँधी सहित अन्य नेताओं पर दर्ज हुआ मामला पीएम पद की रेस में हैं या नहीं, नितिन गडकरी ने खुद किया बड़ा खुलासा एक दूसरे का मुँह न देखने वाले बुआ-बबुआ, हमारे कारण हो गए एकजुट - अमित शाह