बैतूल: आयकर विभाग ने मध्य प्रदेश में बैतूल से कांग्रेस विधायक निलय डागा के परिवार से जुड़े व्यावसायिक परिसरों पर छापा मारा है। ऐसे में 450 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति बरामद की गई है। खबरों के अनुसार निलय और उनके परिवार ने 259 करोड़ रुपये केवल अलग-अलग कंपनियों में शेयर निवेश से दर्शाया है। इसी के साथ उनकी अघोषित संपत्तियों में बड़ी राशि शेल कंपनियों में निवेश के जरिये प्राप्त की गई है। इस मामले के बारे में केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड का कहना है, बैतूल स्थित सोया प्रोडक्ट्स मैन्युफैक्चरिंग ग्रुप के बैतूल और सतना, महाराष्ट्र के सोलापुर, मुंबई और बंगाल के कोलकाता में एक साथ कार्रवाई की गई थी। कहा जा रहा है इस दौरान 8 करोड़ रुपये नकद मिले थे और कंपनी इस बारे में कुछ नहीं बता सकी। सीबीडीटी का कहना है, "कोई भी कंपनी दिए गए पते पर चालू नहीं पाई गई। इसके अलावा समूह ऐसी कागजी कंपनियों या इसके किसी भी निदेशक की पहचान की पुष्टि तक नहीं कर पाया। कई कागजी कंपनियों को कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय ने बंद भी पाया।'' इसी के साथ यह भी बताया गया है कि, 'समूह ने यह भी गलत दावा किया कि समूह इकाई के शेयरों की बिक्री पर 27 करोड़ रुपये से अधिक की लंबी अवधि की पूंजीगत लाभ की छूट है। जांच में पता चला है कि इन शेयरों की खरीद वास्तविक नहीं थी, क्योंकि समूह के निदेशकों ने नाममात्र मूल्य पर शेयर खरीदे थे।' कहा जा रहा है आयकर विभाग के सूत्रों ने बताया है कि निलय डागा और उनके भाई कोलकाता की 24 कंपनियों से फर्जी लेनदेन कर रहे थे। कहा जा रहा है इसका मुख्य उद्देश्य टैक्स चोरी था। वहीं सैकड़ों ऐसे दस्तावेज आयकर टीम को प्राप्त हुए हैं, जिनसे साबित होता है कि डागा बंधुओं ने इन कंपनियों से करीब 100 करोड़ रुपये तक के लेनदेन किए। अमेरिका में अब तक कोरोना से गई 5 लाख जाने पन्ना में चमकी मजदूरों की किस्मत, मिले हीरे देश में अब तक कितने लोगों को लगी कोरोना वैक्सीन ? स्वास्थय मंत्रालय ने दिया जवाब