नई दिल्ली: एक ओर कोरोना की दूसरी लहर का संकट पैदा हो रहा है. वहीं दूसरी ओर इसको लेकर सियासत भी तेज हो गई है. गुजरात में विधानसभा सत्र के दौरान कांग्रेस MLA ग्यासुद्दीन शेख ने भाजपा नेताओं पर कोरोना फैलाने का इल्जाम लगाया है. उन्होंने आरोप लगाया कि कोरोना की पहली लहर जब देश में आई तो अहमदाबाद में नमस्ते ट्रम्प कार्यक्रम में लाखों की भीड़ जमा की गई. उन्होंने भाजपा नेताओं और सरकार पर लापरवाही बरतने का इल्जाम भी लगाया है. उनका कहना है कि भाजपा ने लापरवाही बरती, जिससे राज्य में कोरोना फैल गया. कांग्रेस MLA ग्यासुद्दीन शेख ने इसके लिए तीन कारण भी गिनाए. उन्होंने बताया कि देश में कोरोना की जब पहली लहर आई थी, तब अहमदाबाद में नमस्ते ट्रम्प कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. लाखों की भीड़ जुटाई गई. पहली लहर के बाद कोरोना वॉरियर्स, फ्रंटलाइन वर्कर्स और लोगों की जागरूकता के कारण केस घट गए. किन्तु फिर दिवाली के वक्त निकाय चुनाव कराए गए. भाजपा नेताओं ने किसी भी चुनावी रैली में मास्क नहीं लगाए थे. उन्होंने कहा कि इससे स्थिति ऐसी बन गई कि अस्पतालों में बेड की कमी हो गई. और अब नरेंद्र मोदी स्टेडियम में हजारों लोगों को जमा किया जा रहा है. ग्यासुद्दीन शेख ने आगे कहा कि भाजपा के नेता कोरोना के सुपर स्प्रेडर हैं. उनसे 1 हजार रुपए का जुर्माना वसूल किया जाना चाहिए. उन्होंने दावा किया कि भाजपा के अहमदाबाद के 160 पार्षदों ने गांधीनगर के फार्महाउस में एक टिफिन मीटिंग भी की थी, किन्तु मास्क नहीं लगाया था. उनका कहना है कि नेताओं पर कोई जुर्माना नहीं हुआ, किन्तु कोई आम आदमी बगैर मास्क के बाहर निकलता है, तो उसे जुर्माना देना पड़ता है. अमेरिकी राज्य स्मार्टफोन पर अश्लील वीडियो बनाने के लिए पारित होगा नया कानून जानिए क्यों मनाया जाता है विश्व मौसम दिवस ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका कोविड-19 वैक्सीन निर्यात पर प्रतिबन्ध लगाने के लिए चर्चा करेंगे बोरिस जॉनसन