बंगलुरु: कर्नाटक चुनाव में 104 सीटें जीतने वाली भारतीय जनता पार्टी के सीएम पद के उम्मीदवार बी एस येदियुरप्पा ने आज सीएम पद की शपथ ले ली है, हालाँकि बीजेपी को अभी राजभवन में बहुमत सिद्ध करना शेष है. लेकिन इसी बीच सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद कांग्रेस ने सड़क पर उतरकर बीजेपी नेता बीएस येदियुरप्पा के मुख्यमंत्री बनने के खिलाफ विरोध करना शुरू कर दिया है. कांग्रेस ने अपने अधिकतर विधायकों को बीजेपी से दूर रखने के लिए बेंगलुरु के ईगलटन रिजॉर्ट में छुपाया हुआ था, लेकिन येदियुरप्पा के शपथ लेने के बाद कांग्रेस उन सभी के साथ फ्रीडम पार्क में धरना देने पहुँच गई है. इसमें कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आज़ाद, अशोक गेहलोत और सिद्धारमैया भी शामिल हैं. उल्लेखनीय है कि आज सुबह 9 बजे राज्यपाल वजूभाई वाला ने बीएस येदियुरप्पा को मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई है, राज्यपाल ने बुधवार की शाम बी. एस. येदियुरप्पा को नई सरकार गठित करने और गुरुवार को मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण करने का निमंत्रण दे दिया था. लेकिन राज्यपाल के इस फैसले के खिलाफ कांग्रेस रात को ही सुप्रीम कोर्ट पहुँच गई थी, रात भर सुप्रीम कोर्ट में कर्नाटक की सियासत को लेकर हाई वोल्टेज ड्रामा चला, लेकिन आज अल-सुबह ही सुप्रीम कोर्ट ने बीजेपी के हक़ में फैसला सुना दिया और येदियुरप्पा की शपथ पर रोक लगाने से इनकार कर दिया. हालाँकि सुप्रीम कोर्ट ने बीजेपी से समर्थक विधायकों की लिस्ट मांगी है, साथ ही राज्यपाल को दिए गए समर्थन पत्र की भी मांग की है. अब इस मामले पर सुप्रीम कोर्ट शुक्रवार को सुनवाई करेगी. आपको बता दें कि राज्यपाल ने बीजेपी को बहुमत साबित करने के लिए 15 दिन का वक़्त दिया है, अगर बीजेपी बहुमत साबित करने में कामयाब हो जाती है तो येदियुरप्पा मुख्यमंत्री पद पर क़ायम रहेंगे. येदियुरप्‍पा ने सीएम पद की शपथ ली मनमोहन सिंह और तेजस्वी पर मोदी का तीखा प्रहार कुमारस्‍वामी ने कहा, कर्नाटक में राज्‍यपाल ने केंद्र से मिलकर गुजराती बिजनेस किया