लखनऊ: काफी समय तक देश पर राज करने वाली कांग्रेस का आज उत्तर प्रदेश में क्‍या हाल हो गया है, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि कभी नेहरू-गांधी परिवार की बुनियाद रहे प्रयागराज में ही उसका ऐतिहासिक जवाहर स्‍क्‍वायर ऑफिस खतरे में पड़ गया है। किराया अदा न करने के कारण कोर्ट से नोटिस जारी हो चुका है और बिजली भी कट गई है। हालांकि मीडिया में खबरें आने के बाद पार्टी के स्‍थानीय नेताओं ने अब कुछ हरकत की है। कुछ जनप्रतिनिधियों ने भी किराया जमा करने की दिशा में कदम आगे बढ़ाया है। इनमें सांसद प्रमोद तिवारी के अतिरिक्त प्रदेश कार्यालय के जन प्रतिनिधि तथा कुछ स्थानीय नेता और कार्यकर्ता शामिल हैं। बताया जा रहा है कि कार्यालय पर किराए के लगभग पौने चार लाख रुपये बाकी हैं। रविवार को कांग्रेस की एक आपात बैठक बुलाई गई, जिसमें पार्टी पदाधिकारियों ने फैसला किया कि चंदा जुटाकर कार्यालय का किराया दिया जाएगा। चौक स्थित मोहम्मद अली पार्क में शहर कांग्रेस कमेटी के दफ्तर का इतिहास राष्‍ट्रीय आंदोलन से जुड़ा रहा है। कांग्रेस के पुराने नेताओं के मुताबिक, वर्ष 1907 में कांग्रेस का पहला दफ्तर हीवेट रोड पर खुला था। 1938 में यह कार्यालय चौक में शिफ्ट किया गया। बाद में शहर कार्यालय का नाम जवाहर स्‍क्‍वायर रख दिया गया था। AAP और भाजपा में हुई दोस्ती ! दोनों के विधायकों ने साथ मिलकर पास किया ये बिल योगी सरकार के 100 दिन...,, CM बोले- जनता से किए गए 130 वादों में 97 पूरे इंदौर निगम चुनाव प्रचार के दौरान गरीब के घर नाश्ता करने पहुंचे मुख्यमंत्री