भोपाल: नरेंद्र तोमर के बेटे के वायरल वीडियो पर राजनीति तेज हो गई है। यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने मामले में प्रवर्तन निदेशालय की चुप्पी पर सवाल उठाते हुए प्रवर्तन निदेशालय दफ्तर के बाहर विरोध प्रदर्शन कर केंद्रीय मंत्री से इस्तीफे की मांग की। इस बीच बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के बेटे के कथित वीडियो कांग्रेस के षड्यंत्र की देन हैं। सनद रहे एक दिन पहले ही नरेंद्र सिंह तोमर ने एजेंसियों से इस पूरे मामले की तहकीकात किए जाने की अपील की थी। उन्होंने यह भी कहा था कि यह वीडियो एक षड्यंत्र का हिस्सा है जो विपक्ष की तरफ से जनता को गुमराह करने के लिए चलाया जा रहा है। प्रदर्शन के बीच युवा कांग्रेस के अध्यक्ष श्रीनिवास बीवी ने कहा कि तोमर के पुत्र के मामले में खुलासा होने के पश्चात् भी प्रवर्तन निदेशालय चुप क्यों हैं जबकि केंद्रीय मंत्री के पुत्र का करोड़ों रुपए की लेन-देन की बात का वीडियो सबके सामने है। मध्य प्रदेश के सारे बीजेपी के नेता भ्रष्टाचार में लिप्त हैं, मगर मोदी चुप हैं। इन मामलों की कोई तहकीकात नहीं करवा रहे हैं। 2014 से अब तक प्रवर्तन निदेशालय ने जो भी कार्रवाई की हैं उनमें 95 प्रतिशत करवाई विपक्ष के नेताओं के खिलाफ की गई है। वही बीते 5 वर्षों में कई बड़े छापे मीडिया हाउस और पत्रकारों पर भी हुए, मगर तोमर के पुत्र की हजारों करोड़ के सौदे का खुलासा होने के बाद भी ED, CBI एवं आयकर विभाग के लोग गायब है। युवा कांग्रेस अध्यक्ष ने इस प्रकरण की सर्वोच्च न्यायालय के रिटायर्ड जज से मामले की जांच की मांग की और कहा कि केन्द्रीय मंत्री को पद से बर्खास्त किया जाना चाहिए। वहीं बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि कांग्रेस के ऐसे कथित हथकंडों से सूबे में 17 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनावों में बीजेपी की संभावनाओं पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा और स्वयं नरेंद्र सिंह तोमर भी आराम से चुनाव जीतेंगे। सिलसिलेवार तौर पर सामने आए कथित वीडियो को लेकर कांग्रेस का आरोप है कि इनमें तोमर का बेटा करोड़ों रुपये के लेन-देन को लेकर एक व्यक्ति से बात कर रहा है। कांग्रेस ने मांग की है कि सरकारी एजेंसियों को इस मामले की तहकीकात करनी चाहिए। तोमर के बेटे के कथित वीडियो के बारे में पूछे जाने पर विजयवर्गीय ने इंदौर में संवाददाताओं से कहा कि यह वीडियो कनाडा से जारी हुआ जहां भारत के विरोध में सबसे अधिक नारे लगते हैं। यह कांग्रेस की साजिश है जिसके माध्यम से वह ऐन चुनावों के समय बीजेपी को बदनाम करना चाहती है और व्यक्तिगत चरित्र हनन करना चाहती है। वीडियो के पीछे कांग्रेस का षड्यंत्र पूरी तरह बेनकाब हो जाएगा। विजयवर्गीय ने कहा कि तोमर पार्षद पद से शुरुआत करके केंद्रीय मंत्री के ओहदे तक पहुंचे हैं। उनका राजनीतिक जीवन बड़ा पारदर्शी रहा है। कांग्रेस की नकारात्मक राजनीति के परिचायक कथित वीडियो से भाजपा की चुनावी संभावनाओं पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा तथा मुरैना जिले की दिमनी विधानसभा सीट से मैदान में उतरे तोमर भी 'आराम से' चुनाव जीतेंगे। उन्होंने दावा किया कि 230 सीटों पर होने वाले विधानसभा चुनावों में बीजेपी दो तिहाई बहुमत हासिल करके सूबे की सत्ता में बरकरार रहेगी। सिक्किम के बाढ़ प्रभावित इलाकों में पहुंचना हुआ आसान, भारतीय सेना और BRO ने तीस्ता नदी पर बना दिया पुल चक्रवात मिधिली को लेकर अलर्ट जारी, ओडिशा-बंगाल में भारी बारिश का अनुमान, मछुआरों को समुद्र तरफ न जाने की सलाह बिहार में छठ पूजा पर भी खुलेंगे स्कूल, छुट्टियां रद्द ! लोग बोले- ये क्या तुगलकी फरमान है ?