कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी बुधवार को बिना एसपीजी सुरक्षा के संसद पहुंचीं. बता दे कि गृह मंत्रालय की ओर से वीवीआईपी सुरक्षा में कटौती की गई है. इस मुद्दे को लेकर राज्यसभा में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने शून्यकाल में यह मुद्दा उठाया और कहा कि नेताओं की सुरक्षा सरकार की जिम्मेदारी है. उन्होंने तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या का जिक्र करते हुए कहा कि खतरों को देखते हुए चारों नेताओं की एसपीजी सुरक्षा बहाल की जानी चाहिए. उन्होंने कहा कि सरकार को इस संबंध में अपने फैसले पर पुनर्विचार करना चाहिए और उसे दलगत भावना से उठकर काम करना चाहिए. NRC को लेकर अमित शाह का ऐलान, कहा- किसी भी धर्म के लोगों को डरने की जरुरत नहीं, पूरे देश में लागू करेंगे अपने बयान में अध्यक्ष जे पी नड्डा ने कहा कि इस फैसले में कोई राजनीति नहीं है और उनकी सुरक्षा वापस नहीं ली गई है. नड्डा ने कहा कि गृह मंत्रालय में एक तय प्रक्रिया और प्रोटोकॉल है और उसी के तहत फैसला किया जाता है. झारखंड विधानसभा चुनाव के लिए EC ने कसी कमर, EVM से छेड़छाड़ रोकने के लिए बनाया ये प्लान आपकी जानकारी के लिए बता दे कि भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा कि ऐसे फैसले गृह मंत्रालय की एक विशेष समिति खतरों की आशंका पर गौर करते हुए करती है. उन्होंने कहा कि लोगों को लिट्टे से खतरा था लेकिन अब लिट्टे समाप्त हो गया है. स्वामी ने कहा कि इसके अलावा जिनकी सुरक्षा की बात की जा रही है, उन्होंने खुद ही राजीव गांधी के हत्यारों की सजा कम किए जाने की अपील की और जेल में जाकर मुलाकात तक की. हालांकि सभापति एम वेंकैया नायडू ने स्वामी को टोकते हुए राजीव गांधी के हत्यारों से जुड़े मुद्दे को इस विषय में नहीं उठाने को कहा. मोदी सरकार की राह में फिर खड़ी हुई ममता, कहा- बंगाल ने लागू नहीं होने देंगे NRC संसद के शीतकालीन सत्र से भी 'नदारद' हैं राहुल गाँधी, स्पीकर बिरला बोले- अगर वे होते तो सवाल पूछते सुभाषचंद्र बोस की प्रपोत्री ने की गोडसे की आरती, कहा- हमारे दिल में बसते हैं....