नई दिल्ली: 2019 लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस पार्टी मंगलवार को अपना चुनावी मैनिफेस्टो जारी कर दिया है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी अपनी पार्टी कई दिग्गज नेताओं की उपस्थिति में इसे जारी किया है। कांग्रेस के घोषणा पत्र का नाम 'हम निभाएंगे' रखा गया है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा है कि जब हमने इस घोषणा पत्र को बनाने का विचार किया था तो हमने इस बात का विशेष ध्यान दिया कि इसमें जनता की मांगों को अध्क मात्रा में शामिल किया जाए। राहुल गाँधी ने कहा है कि ये घोषणा पत्र हम बंद कमरों में बैठकर भी बना सकते थे। किन्तु हमने ऐसा नहीं किया इसके लिए हम लोगों की बीच गए और उनकी मांगों को सुना। मैं घोषणा पत्र समिति का धन्यवाद देता हूं। चिदंबरम जी, एंटनी जी और मनमोहन सिंह जी का बहुत बहुत शुक्रिया। कांग्रेस के घोषणा पत्र के मुख्य वादे इस प्रकार हैं : - न्याय योजना सबसे प्रथम थीम है 'न्याय', हमने पीएम मोदी के झूठ को पकड़ा और लोगों की राय को भी जाना। गरीबी पर वार 72000 ये कांग्रेस का चुनावी वायदा भी है और गरीबी के खिलाफ नारा भी है। एक साल में 72 हजार और 5 वर्ष में 3 लाख 60 हजार रुपए। इससे किसानों और गरीबों की खाते में सीधा पैसा जाएगा। रोज़गार और किसान देश में युवाओं को नौकरी नहीं मिल रही है। 2020 तक कांग्रेस 22 लाख पदों को पार्टी भर देगी। तीन साल के लिए हिंदुस्तान के युवाओं को कोई बिजनेस खोलने के लिए किसी इजाजत की आवश्यकता नहीं। मनरेगा में 150 दिन रोज़गार की गारंटी। 10 लाख युवाओं को ग्राम पंचायत में रोज़गार मिलेगा। अगर किसान कर्जा ना चुका पाए तो वो क्रिमिनल नहीं बल्कि सिविल ऑफेंस होगा। शिक्षा और स्वास्थ्य जीडीपी का 6 फीसद पैसा हिंदुस्तान की शिक्षा पर व्यय किया जाएगा। मोदी सरकार ने ये खर्च कम किया था। हम प्राइवेट इंशोरेंस पर यकीन नहीं करेंगे, हम सरकारी हेल्थ सुविधा को सशक्त करेंगे। राष्ट्रीय सुरक्षा और अंतर्राष्ट्रीय सुरक्षा कांग्रेस की चुनावी घोषणा पत्र समिति के सदस्य भालचंद्र मुंगेकर ने कहा था कि केंद्र में कांग्रेस की सरकार बनते ही राफेल लड़ाकू विमान सौदे में जांच के लिए समिति का गठन किया जाएगा. भालचंद्र मुंगेकर ने कहा था कि, 'सत्ता में आते ही, पहले दिन ही हम राफेल मामले में जांच के आदेश देंगे.' खबरें और भी:- अगर हम सत्ता में आए तो, पहले दिन से राफेल मामले की होगी जांच - कांग्रेस सुप्रीम कोर्ट में मायावती ने दाखिल किया जवाब, बताया क्यों लगवाई थी मूर्तियां लोकसभा चुनाव: हार्दिक को सुप्रीम कोर्ट से भी झटका, चुनाव लड़ने का मामला भी अटका