गुवाहाटी : दिल्ली में तीन बच्चियों के भूख से मर जाने का मामला इस समय सुर्ख़ियों का विषय बना हुआ है और हाल ही में गुवाहाटी में अखिल भारतीय कांग्रेस समिति (एआईसीसी) के महासचिव हरीश रावत ने इसे लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना भी की है. उन्होंने कहा कि इसके पहले झारखंड या छत्तीसगढ़ जैसे दूरदराज के इलाकों में लोगों के भूख एवं कुपोषण से मर जाने की खबरें आती थीं लेकिन अब तो राष्ट्रीय राजधानी की हालत भी ठीक नहीं है. प्रधानमंत्री के नाम के नीचे तीन बच्चों की मौत हो गई, प्रधानमंत्री तो बेपरवाह है. देर रात फिर अस्पताल लाये गए अध्यक्ष करूणानिधि इस तरह कहते हुए उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी को बेपरवाह बताया. रावत का कहना है कि बीजेपी पर अद्यतन राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) का इस्तेमाल विभाजनकारी मकसद के लिए कर रही है. आप सभी को पता ही होगा कि राजधानी दिल्ली के मंडावली इलाके में तीन बच्चियों की मौत भूख से हो गई और उसके बाद बीते गुरूवार को इसकी जांच भी की गई. जांच के बाद डॉक्टर ने बताया कि बच्चियों का पेट पूरी तरह खाली था और उनके शरीर में वसा के प्रमाण नहीं मिले. ग्रहण से पहले भूकंप से दहल उठा हिमाचल बच्चियों को अस्पताल में बेहोशी की हालत में लाया गया था और उसके बाद उन बच्चियों की मौत हो गई. एक रिपोर्ट में यह दावा किया जा रहा है कि बच्चियों को दस्त हो रही थी जिसकी वजह से उनके पिता ने उन्हें रात में गर्म पानी में एक दवा मिलाकर दे दी जिसके बाद वह घर से चले गए और लौटकर नहीं आए. अब इस रिपोर्ट की जांच की जा रही है. खबरें और भी.. यमुना का जलस्तर खतरे से ऊपर, बाढ़ की त्रासदी झेलेगी दिल्ली मध्यप्रदेश से जुड़ी कुछ रोचक बातें... यूपी में कहर बनकर आई बारिश, अब तक 39 मौतें