कोच्ची: कांग्रेस पर निशाना साधते हुए भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) (CPIM) की वरिष्ठ नेता बृंदा करात ने सोमवार (25 दिसंबर) को कहा कि केरल में सबसे पुरानी पार्टी (कांग्रेस), सत्तारूढ़ CPIM के खिलाफ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) और भाजपा के साथ गठबंधन कर रही है। CPIM की पोलित ब्यूरो सदस्य वृंदा करात, कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल के उन आरोपों का जवाब दे रहीं थीं, जिसमे वेणुगोपाल ने कहा था कि केरल में उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं पर हमला किया जा रहा है। वेणुगोपाल ने आरोप लगाया था कि, ''राज्य में हर जगह, हमारे लड़कों पर पुलिस और CPIM के गुंडों द्वारा बेरहमी से हमला किया गया।'' इसके जवाब में बृंदा करात ने कहा कि कांग्रेस वही भाषा बोलती है जो भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) बोलती है। करात ने आगे कहा कि, 'केरल में, कांग्रेस स्पष्ट रूप से RSS और भाजपा के साथ है और ये सब CPIM के खिलाफ है। राष्ट्रीय स्तर पर, वे मोदी के खिलाफ लड़ने की बात करते हैं, लेकिन केरल में, जहां वैकल्पिक नीतियों और जन-समर्थक रुख वाली सरकार है, कांग्रेस इसे बर्दाश्त नहीं कर सकती।' वृंदा करात ने अपनी INDIA गठबंधन की साथी कांग्रेस को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि, 'भाजपा और RSS सुबह जो कहते हैं, कांग्रेस शाम को वही कहती है। यह केरल की राजनीति है, और यह शर्म की बात है कि राष्ट्रीय पार्टी, जो मानसिक रूप से मोदी के खिलाफ लड़ने का दावा करती है, केरल जैसे राज्य में सांप्रदायिक सद्भाव, जन-समर्थक नीतियों के खिलाफ काम कर रही है। राज्य सरकार को अस्थिर करने की यह सबसे जंगली रणनीति है।' इससे पहले रविवार को वेणुगोपाल ने दावा किया था कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर सत्ताधारी CPIM के गुंडों और पुलिस ने बेरहमी से हमला किया था। उन्होंने आगे दावा किया कि केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन विपक्ष के साथ वैसा ही व्यवहार कर रहे हैं जैसा भाजपा विपक्षी दलों के साथ करती है। वेणुगोपाल ने कहा था कि, 'हर जगह, हमारे लड़कों पर पुलिस और CPIM के गुंडों द्वारा बेरहमी से हमला किया गया। हम राष्ट्रीय स्तर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, तानाशाही सरकार और उनके रवैये के खिलाफ लड़ रहे हैं, लेकिन दुर्भाग्य से, केरल CPIM नेता पिनाराई विजयन विपक्षी दलों, मूल रूप से कांग्रेस और UDF पर हमला करने के लिए वही काम कर रहे हैं। यह निंदनीय है।' वैसे ये भी गौर करने वाली बात है कि, 28 विपक्षी दलों का INDIA गठबंधन 2024 चुनावों में भाजपा को हराने के लिए बनाया गया है, लेकिन उसके घटक दल आपस में ही लड़ रहे हैं। केरल में CPIM और कांग्रेस में विवाद देखने को मिल रहा है, वहीं उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी (सपा) और कांग्रेस में भी खींचतान देखने को मिली थी, आम आदमी पार्टी (AAP) दिल्ली और पंजाब में कांग्रेस के साथ सहयोग करने के मूड में नहीं दिख रही है। वहीं, बंगाल में भी तृणमूल कांग्रेस (TMC) देश पर सबसे अधिक समय तक शासन करने वाली कांग्रेस को अधिक सीटें देने के लिए राजी नहीं मालूम होती। ऐसे में इस विपक्षी गठबंधन के सियासी भविष्य और आगामी रानीति को लेकर संशय बरक़रार है। 'हिजाब से बैन हटाने में डर रहे हैं सिद्धारमैया, कांग्रेस को वोट देकर खुश होंगे मुस्लिम..', कर्नाटक सरकार पर ओवैसी ने कसा तंज MP की नई कैबिनेट को लेकर आई शिवराज सिंह चौहान की प्रतिक्रिया, बोले- 'मंत्रिमंडल पूरी तरह संतुलित' 'देश कठिन दौर में, तानाशाही दरवाजे पर..', 2024 चुनावों को लेकर इशारों-इशारों में बहुत कुछ बोल गए उद्धव ठाकरे !