जब तक भाजपा शिवसेना साथ, कांग्रेस नहीं करेगी गठजोड़ का प्रयास

मुंबई। बृहन्मुंबई महानगर पालिका के चुनाव परिणाम आने के बाद अब विभिन्न दल मेजोरिटी के लिए प्रयास कर रहे हैं। चुनाव में शिवसेना सबसे बड़ा दल बनकर सामने आया है और किसी भी दल को स्पष्ट बहुमत नहीं है कि वह महानगर पालिका के बोर्ड का गठन कर ले। माना जा रहा था कि शिवसेना और भारतीय जनता पार्टी एक साथ होंगे लेकिन अब नए समीकरण पर चर्चा हो रही है जिसमें शिवसेना और कांग्रेस के बीच गठबंधन के प्रयास किए जा रहे हैं।

मिली जानकारी के अनुसार कांग्रेस ने संभावित गठबंधन को लेकर एक शर्त रखी है जिसमें राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री व महाराष्ट्र कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अशोक चव्हाण से कहा कि जब तक शिवसेना भारतीय जनता पार्टी के साथ है तब तक कोई विचार नहीं हो सकता। मगर शिवसेना के समर्थन पर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी द्वारा कहा गया कि वह कांग्रेस के साथ चर्चा के बाद कोई निर्णय लेगी।

मिली जानकारी के अनुसार 227 सीटों वाली बीएमसी में शिवसेना को 84 सीटें प्राप्त हुई हैं तो दूसरी ओर भारतीय जनता पार्टी को 82 सीटें और कांग्रेस को 31 साथ ही एनसीपी को 7 तो दूसरी ओर एमएनएस को 7 सीटें मिली हैं। गौरतलब है कि एमएनएस और अरूण गवली की पत्नी द्वारा शिवसेना को समर्थन दिए जाने की बात कही गई है। अब देखना है कि नए महापौर के 9 मार्च को होने वाले चयन के बीच पार्टियों का किस तरह का गठजोड़ बनता है।

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