पटना : बिहार में भगवान राम को लेकर राजनीति एक बार फिर चरम पर है. जनता दल यूनाइटेड (जदयू) नेता और नीतीश सरकार में कैबिनेट मंत्री खुर्शीद आलम ने 'जय श्रीराम' का उद्घोष क्या किया, उनके बयान के लग-अलग मायने निकाले जाने लगे. जदयू के ही एमएलसी गुलाम रसूल बलियावी ने अपनी ही पार्टी के मंत्री के बयान को इस्लाम के खिलाफ करार दिया है. कर्नाटक :रिसोर्ट में भिड़े कांग्रेस के दो विधायक, एक ने दुसरे के सिर पर मारी बोतल वहीं, कांग्रेस के प्रवक्ता अजमी बारी ने खुर्शीद आलम के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए भगवान राम को पैगंबर का रूप बताया है. वहीं, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने खुर्शीद आलम का समर्थन किया है. 'राम' के नाम पर राजनितिक बयार इन दिनों बिहार में खूब चल रही है. कांग्रेस के नेताओं की तरफ से हनुमान रथ यात्रा निकालना और हनुमान भजन कीर्तन कार्यक्रम कराने का मुद्दा अभी ठंडा भी नहीं पड़ा था कि अब जदयू नेता खुर्शीद आलम ने 'जय श्रीराम' के जयकारे लगाकार ने नया सियासी तूफ़ान खड़ा कर दिया है. मायावती के आगे झुकी राजस्थान सरकार, भारत बंद के दौरान दर्ज मामले हो रहे वापिस खुर्शीद आलम ने अपने विधानसभा क्षेत्र में राम जानकी मंदिर की मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा कर उन्हें मंदिर में स्थापित किया. इसके साथ ही कलश यात्रा में भी शरीक हुए और इस दौरान खुर्शीद आलम ने 'जय श्रीराम' का नारा भी बुलंद किया. किन्तु जदयू के ही एमएलसी गुलाम रसूल बलयावी ने इसे इस्लाम के विरुद्ध करार दिया है. खबरें और भी:- जब बिहार के मंत्री खुर्शीद आलम ने लगाए 'जय श्रीराम' के नारे, सियासत में मचा भूकंप मैक्सिको: टूटी हुई पाइपलाइन में तेल चुराने पहुंचे लोग, अचानक हुआ धमाका और लग गया लाशों का ढेर भाजपा के 'शत्रु' के समर्थन में आई कांग्रेस और राजद, कहा हिम्मत हो तो पार्टी से निकाल के दिखाओ