नई दिल्ली: केंद्र की मोदी सरकार द्वारा हाल में जारी की गई नई शिक्षा नीति पर रविवार को कांग्रेस नेताओं ने एक प्रेस वार्ता की. इसमें पार्टी प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला, एमएम पल्लम राजू और प्रो. राजीव गौड़ा शामिल हुए. प्रेस वार्ता में रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि 6 वर्षों के अंतराल के बाद बिना सलाह-मशविरा किए 2020 शिक्षा नीति जारी कर दी गई है. शिक्षा मंत्रालय की आधिकारिक वेबसाइट पर अभी तक यह नीति अपलोड नहीं की गई है. प्रेस वार्ता में रणदीप सुरजेवाला ने कहा है कि हमें नई शिक्षा नीति के वक़्त को लेकर कुछ आपत्ति है. उन्होंने कहा है कि, देश में घोर संकट है और कई संस्थान बगैर कोई सलाह लिए खोले गए हैं. सरकार यह बताए कि संसद में नई शिक्षा नीति पर कब बहस होगी. इसी बैठक में पूर्व मानव संसाधन मंत्री पल्लम राजू ने कहा कि नई शिक्षा नीति में UPA के समय के कार्यों को पूरी तरह नज़रअंदाज़ कर दिया गया है. UPA सरकार द्वारा लाए गए शिक्षा के अधिकार कानून पर हर जगह चर्चा हुई थी, यहां तक कि संसद में भी इस पर काफी लंबी बहस हुई थी. नई शिक्षा नीति लागू करने का सरकार का क्या रोडमैप होगा, यह बात बिल्कुल नदारद है और इसका कोई उल्लेख नहीं है. पल्लम राजू ने कहा कि, हम सरकार से पूछते हैं कि नई शिक्षा नीति का रोडमैप क्या है और इसे लागू करने के लिए संसाधनों का आवंटन किस तरह किया जाएगा. हादसे का शिकार हुआ माल वाहक विमान, अंदर भरा था 4.27 अरब रुपयों का कोकीन SGRH अस्पताल से डिस्चार्ज हुई सोनिया गाँधी, तीन दिनों से थी भर्ती बिहार में बदतर हुए हाल कोरोना के साथ तेज हुई बाढ़ की मार, क्या टल जाएंगे चुनाव