नई दिल्लीः कांग्रेस के कई बड़े नेता इन दिनों मुश्किलों से घिरे हैं। पार्टी के कई बड़े नेता जांच एजेंसियों के रडार पर हैं। पी चिदंबरम और डीके शिवकुमार के बाद कांग्रेस के एक और वरिष्ठ नेता जांच एजेंसी के रडार पर हैं। उत्तराखंड के पूर्व सीएम और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश रावत भी इन दिनों मुश्किल में घिरे हैं। उनके खिलाफ सीबीआई जांच की तलवार लटक रही है। कांग्रेस ने फैसला किया है कि पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम के बाद उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के मामले में पार्टी उनका पूरा सहयोग करेगी। रावत के खिलाफ एक स्टिंग मामले में 20 सितंबर को नैनीताल उच्च न्यायालय का फैसला आ सकता है। इसे देखते हुए पार्टी नेतृत्व ने प्रभारी अनुग्रह नारायण सिंह समेत राज्य के सभी वरिष्ठ नेताओं को नैनीताल में उनके साथ मौजूद रहने का निर्देश दिया है। कांग्रेस ने भाजपा पर राजनीतिक भावना से प्रेरित होकर कारवाई करने का आरोप लगाया है। कांग्रेस प्रदेश प्रभारी अनुग्रह नारायण सिंह ने कहा, झूठा मामला गढ़कर भाजपा सरकार ने बदले की भावना से कांग्रेस नेता पर कार्रवाई की है। हरीश रावत राज्य के कद्दावर नेता हैं और पार्टी उनके साथ है। भाजपा लगातार दोहरा मानदंड अपना रही है। सिंह ने कहा, राज्य के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और उनके परिवार पर विधानसभा में कई गंभीर आरोप हैं, लेकिन इनकी जांच तक नहीं कराई गई।भाजपा सरकार अगर इतनी ही न्यायप्रिय है तो अपने सीएम और उनके परिवार पर लगे आरोपों की सीबीआई से जांच क्यों नहीं करा रही। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पूरी मजबूती के साथ अपने इस दिग्गज के साथ खड़ी है। अपना जन्मदिन मनाने अयोध्या पहुंचे सुब्रमण्यम स्वामी, राम मंदिर को लेकर दिया बड़ा बयान यदि पाक मजहब की सियासत बंद नहीं करता तो उसे टूटने से कोई नहीं रोक सकेगा- राजनाथ सिंह जम्मू कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक का बड़ा बयान, PoK को लेकर कही ये बात