केंद्र सरकार के खिलाफ कांग्रेस का हल्ला बोल, 31 अक्टूबर को मनाएगी किसान अधिकार दिवस

नई दिल्ली: केंद्र की मोदी सरकार द्वारा लाए गए तीन विवादास्पद कृषि कानूनों के विरोध में किसानों को अपना समर्थन देते हुए कांग्रेस ने शुक्रवार को घोषणा करते हुए कहा है कि पार्टी 31 अक्टूबर को 'किसान अधिकार दिवस' के रूप में मनाएगी। खास बात ये है कि 31 अक्टूबर को पहली महिला पीएम इंदिरा गांधी की पुण्यतिथि और देश के प्रथम गृहमंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती भी है।

कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव के सी वेणुगोपाल ने जानकारी देते हुए बताया कि 31 अक्टूबर के दिन तमाम राज्यों में पार्टी नेता और कार्यकर्ता केंद्र के कृषि अधिनियमों के विरोध में जिला मुख्यालयों पर सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे के बीच 'सत्याग्रह' करेंगे। 'सत्याग्रह' के दौरान पार्टी नेता देश के प्रथम गृहमंत्री सरदार पटेल के किसानों के अधिकारों, विशेष कर बारदोली किसान आंदोलन के संदर्भ में, उनके योगदान को रेखांकित करेंगे। इस सत्याग्रह के दौरान पूर्व पीएम इंदिरा गांधी द्वारा कृषि के क्षेत्र में देश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए की गई 'हरित क्रांति' की शुरूआत के संबंध में भी चर्चा की जाएगी और आमजनों को उनके योगदानों के बारे में जानकारी दी जाएगी।

आपको बता दें कि कांग्रेस की सत्ता वाली राज्य सरकारें केंद्रीय कृषि कानूनों को नकारने के लिए नए कानून लाने की कवायद में हैं। पंजाब विधानसभा ने इसको लेकर एक विधेयक पहले ही पारित कर दिया है और सीएम अमरिंदर सिंह ने राज्य के विधायकों के साथ राष्ट्रपति से मिलने का वक़्त मांगा है ताकि वह विधानसभा द्वारा पारित कानून को अस्वीकार करने का आग्रह राष्ट्रपति से कर सकें। अमरिंदर सिंह ने गुरुवार को पंजाब के तमाम विधायकों से अपील करते हुए कहा है कि वो 4 नवंबर को राष्ट्रपति से मिलने के लिए उनके साथ चलें।

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