चंडीगढ़: नूंह हिंसा पर चर्चा के अलावा, प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस द्वारा यौन उत्पीड़न के आरोप में मंत्री संदीप सिंह के इस्तीफे की मांग के बाद आक्रोश के बीच हरियाणा विधानसभा को सोमवार को 30 मिनट के लिए स्थगित कर दिया गया। जैसे ही शून्यकाल शुरू हुआ, विपक्ष के नेता भूपिंदर सिंह हुड्डा के नेतृत्व में कांग्रेस पार्टी के सदस्य चंडीगढ़ पुलिस द्वारा उनके खिलाफ दायर आरोप पत्र के जवाब में सिंह के इस्तीफे की मांग कर रहे थे। सिंह के इस्तीफे की विपक्ष की मांग को मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने खारिज कर दिया। सीएम खट्टर की टिप्पणी के बाद, सिंह सहित सत्ताधारी भाजपा विधायकों ने बेंचें थपथपाईं, जबकि कांग्रेस सदस्य सदन के वेल में आ गए। अध्यक्ष ने उन्हें सूचित किया कि सिंह का मामला विचाराधीन है और "यहां किसी भी विचाराधीन मामले पर चर्चा नहीं की जा सकती।" इस दौरान सिंह अपने चैंबर में थे। हुड्डा ने कहा कि वे सिंह से नैतिक आधार पर पद छोड़ने को कह रहे हैं या मुख्यमंत्री उन्हें बर्खास्त करें। हंगामा बढ़ने पर अध्यक्ष ने नारेबाजी कर रहे कांग्रेस सदस्यों को चेतावनी दी कि वे अपनी सीटों पर लौट जाएं अन्यथा नाम (निलंबित) होने का सामना करने को तैयार रहें। बता दें कि, चंडीगढ़ पुलिस विभाग ने मंत्री संदीप सिंह के खिलाफ अदालत में अंतिम रिपोर्ट दायर की है। हरियाणा की एक जूनियर खेल प्रशिक्षक ने पहले ही भाजपा नेता पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था। बाद में सदन में सांसद नूंह हिंसा समस्या पर बहस चाहते थे। इस संबंध में स्पीकर ने कहा कि मामला अभी सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है। हुड्डा ने कहा कि, "हाल ही में नूंह में अधिकारियों द्वारा की गई बुलडोजर कार्रवाई से संबंधित मामला ही उच्च न्यायालय के समक्ष लंबित था।" 'चुनाव से पहले अभिषेक को गिरफ्तार कर लेंगे..', भतीजे को लेकर चिंतित हुईं सीएम ममता बनर्जी, केंद्र पर साधा निशाना 'मैं तिरंगे पर साइन नहीं कर सकता..', नीरज चोपड़ा ने 'गोल्ड मेडल' के साथ देशवासियों का दिल भी जीता I.N.D.I.A गठबंधन में शामिल होंगे अकाली दल और INLD ? सीएम नितीश ने किया संपर्क