नई दिल्ली : शरद यादव ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से नाराज होने के बाद गुरुवार को नई दिल्ली में विपक्षी नेताओं का सम्मेलन आहूत किया जिसे साझी विरासत बचाओ का नाम दिया गया. इस सम्मेलन में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने आरएसएस पर कड़ा प्रहार करते हुए कहा कि संघ ने सत्ता में आने के बाद तिरंगे को सलाम करना सीखा. उल्लेखनीय है कि शरद यादव ने इस सम्मेलन का आगाज करते हुए कहा कि देशभर में किसानों और दलितों के साथ अत्याचार हो रहा है. देश भर में बेचैनी का माहौल है. शरद यादव ने कहा कि किसी को आमंत्रित नहीं किया है फिर भी हजारों लोग जुड़ रहे हैं. इस आयोजन में राहुल गाँधी भी शामिल हुए. बता दें कि साझा विरासत बचाओ सम्मेलन के जरिये शरद यादव विपक्ष को एकजुट करने के बहाने अपनी पहचान बनाने का प्रयास कर रहे हैं. जबकि उधर जेडीयू नेता केसी त्यागी ने चेताया कि यदि श रद यादव 27 अगस्त को पटना में लालू यादव की रैली में शामिल होते हैं तो जेडीयू में उनके लिए कोई जगह नहीं रहेगी. बता दें कि इस सम्मेलन में राहुल गाँधी ने आरएसएस की कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि संघ के एक नेता ने ब्रिटिश सरकार को चिट्ठी लिखकर जेल से मुक्त करने की बात कही थी. राहुल ने संघ पर वार करते हुए कहा कि इन लोगों ने तिरंगे को सलाम करना भी सत्ता में आने के बाद सीखा है. हम लोगों को इनके खिलाफ एक साथ होकर लड़ना है. सरकार ने अपना कोई वादा पूरा नहीं किया .पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि मोदी जी ने पूरे देश को 15-20 कारोबियों के हाथ में दिया हुआ है. ये लोग ही पूरा देश चला रहे हैं, ये लोग मोदी जी की मार्केटिंग कर रहे हैं. मेक इन इंडिया फेल हो गया है. इस सम्मेलन को फारूक अब्दुल्ला ने भी सम्बोधित किया. जानिए क्या चल रहा है हमारे देश की राजनीती में, पढिये राजनीतिक पार्टी से जुडी ताज़ा खबरें राहुल गांधी ने बेंगलुरु में इंदिरा कैंटीन का शुभारम्भ किया मेडिकल काॅलेज में 33 बच्चों की मौत पर राहुल का बड़ा बयान