नई दिल्ली: राहुल गांधी द्वारा कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में रायबरेली से अपना नामांकन दाखिल करने के एक दिन बाद, प्रियंका गांधी के चुनावी मैदान में उतरने की अटकलों पर विराम लगाते हुए, पूर्व कांग्रेस नेता प्रमोद कृष्णम ने शनिवार को एक चौंकाने वाला दावा किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस जल्द ही राहुल गांधी गुट और एक प्रियंका गांधी गुट में विभाजित हो सकती है। आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा कि, "जिस तरह से राहुल गांधी ने अमेठी छोड़ा है, उससे कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं का मनोबल गिरा है। प्रियंका गांधी चुनाव नहीं लड़ रही हैं, यह अब उनके समर्थकों के दिलों में ज्वालामुखी का रूप ले रहा है जो 4 जून के बाद फूटेगा। कांग्रेस फिर से कमजोर होगी।" उन्होंने दावा किया, ''कांग्रेस फिर दो धड़ों में बंट जाएगी, एक राहुल गांधी का और दूसरा प्रियंका गांधी का, मुझे लगता है कि राहुल गांधी को रायबरेली के बजाय रावलपिंडी से चुनाव लड़ना चाहिए, क्योंकि उनकी लोकप्रियता और मांग पाकिस्तान में बढ़ रही है'' उल्लेखनीय है कि, कांग्रेस पार्टी ने शुक्रवार को प्रियंका गांधी को चुनावी मुकाबले से बाहर रखते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी को रायबरेली से और पार्टी के वफादार केएल शर्मा को अमेठी से मैदान में उतारा। इससे पहले कृष्णम ने आरोप लगाया था कि प्रियंका गांधी पार्टी में चल रही साजिश का शिकार हुई हैं। उन्होंने कहा कि, "मैंने पहले ही कहा था कि राहुल गांधी, प्रियंका गांधी वाड्रा को चुनाव नहीं लड़ने देंगे। प्रियंका गांधी के खिलाफ परिवार और पार्टी में एक बड़ी साजिश है। वह परिवार और पार्टी में एक साजिश का शिकार हैं।" कृष्णम ने आगे कहा कि राहुल अगर अमेठी से चुनाव नहीं लड़ना चाहते, तो वाराणसी से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ सकते थे। राहुल गांधी का मुकाबला रायबरेली में भाजपा के दिनेश प्रताप सिंह से है, जबकि कांग्रेस पार्टी के केएल शर्मा का मुकाबला अमेठी लोकसभा क्षेत्र में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी से है। राहुल वर्तमान में लोकसभा में वायनाड का प्रतिनिधित्व करते हैं जबकि स्मृति ईरानी अमेठी से नए कार्यकाल के लिए ताकत लगा रही हैं। रायबरेली की सीट सोनिया गांधी के पास थी और व हराजस्थान से राज्यसभा की सदस्य बनीं हैं। प्रियंका गांधी के चुनाव नहीं लड़ने की चर्चाओं के बीच, वरिष्ठ कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने एक ट्वीट में कहा कि प्रियंका राष्ट्रीय स्तर पर जोरदार प्रचार कर रही हैं, और इसलिए उन्हें एक सीट तक सीमित नहीं रहना चाहिए। लोकसभा चुनाव 2024 के लिए कांग्रेस के उम्मीदवारों की सूची में प्रियंका गांधी का नाम न होने पर उन्होंने कहा कि वह कोई भी उपचुनाव लड़कर सदन में पहुंच सकती हैं। जयराम रमेश ने सोशल मीडिया पर लिखा था कि, "प्रियंका जी जोरदार प्रचार कर रही हैं और अकेले ही नरेंद्र मोदी के झूठ को चुप करा रही हैं। जिस तरह से उन्होंने मार्च 1985 में संपत्ति शुल्क के उन्मूलन पर प्रधानमंत्री द्वारा फैलाई जा रही अफवाहों का जवाब दिया था, वह एक कड़ी फटकार थी। इसलिए यह महत्वपूर्ण था कि प्रियंका जी को केवल एक निर्वाचन क्षेत्र तक सीमित नहीं रहना चाहिए, वह पूरे देश में प्रचार कर रही हैं।'' हालांकि, पहले अटकलें थीं कि प्रियंका गांधी रायबरेली से चुनाव लड़ेंगी, लेकिन एन वक़्त में उनका नाम हटा दिया गया। 'भाजपा का हिंदुत्व गोमूत्राधारी है, जबकि हमारा..', उद्धव ठाकरे का विवादित बयान 'भाजपा के सभी नेता डिप्रेशन में, क्योंकि 4 जून को हम सरकार बनाएँगे..', तेजस्वी यादव का बड़ा दावा 'मेरा भाई 4000 किलोमीटर पैदल चला, सम्राट मोदी महलों में बैठे रहे..', प्रधानमंत्री पर जमकर बरसीं प्रियंका गांधी