नई दिल्ली: अयोध्या राम मंदिर और बाबरी मस्जिद पर फैसला आने की घड़ी अब करीब आ रही है, इसके लिए कांग्रेस ने भी अपनी कमर कस ली है। कांग्रेस पूरी तरह से तैयारी कर रही है। अयोध्या मामले पर फैसला 17 नवंबर से पहले कभी भी आ सकता है, इस बीच कांग्रेस की कार्यसमिति (CWC) की मीटिंग 10 नवंबर को होने जा रही है। इस बीच पार्टी के सूत्रों ने दावा किया है कि कांग्रेस इस मीटिंग में अयोध्या मसले पर शीर्ष अदालत के फैसले से पहले अपनी रणनीति तैयार करने वाली है। समाचार एजेंसी एएनआइ ने इस बात की जानकारी दी है। इसके साथ ही इस मीटिंग में 18 नवंबर से आरंभ होने वाले संसद के आगामी शीतकालीन सत्र से पहले महत्वपूर्ण राजनीतिक मुद्दों और आर्थिक मंदी पर भी चर्चा होने की संभावना जताई जा रही है। बताया जा रहा है कि कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी कांग्रेस की कार्यसमिति (CWC) की मीटिंग का नेतृत्व करेंगी, जिसमें पार्टी के बड़े नेता उपस्थित रहेंगे। कांग्रेस की कार्यसमिति (CWC)ने 10 अगस्त को सोनिया गांधी को पार्टी का अंतरिम अध्यक्ष नियुक्त किया गया था। आपको बता दें कि, शीर्ष अदालत को उम्मीद है कि मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई के सेवानिवृत्त से पहले 17 नवंबर तक अयोध्या विवाद मामले में वह अपना निर्णय सुना देगी। शिवसेना में फुट से पार्टी प्रमुख उद्धव को लगा डर, बैठक के बाद विधायकों को भेजा होटल महराष्ट्र की सियासी जंग के बीच गडकरी ने मारी एंट्री, छिन सकती है फडणवीस की कुर्सी पाक आर्मी ने फिर की इमरान खान की किरकिरी, फैसला बदलकर कहा- करतारपुर के लिए पासपोर्ट जरुरी