कोच्ची: केरल के इरोड जिले में एक इस्लामिक कन्वर्जन का मामला सामने आया है, जिसमें एक मुस्लिम व्यक्ति ने एक हिंदू महिला और उसकी बेटी का धर्म परिवर्तन कराने की कोशिश की। आरोपी का नाम हसन बधुशा है, जो पहले वामपंथी संगठन SDPI का कार्यकर्ता था। महिला के पति, डी सत्यमूर्ति, ने इस मामले में थुडियालुर पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई है। घटनाक्रम के अनुसार, सत्यमूर्ति ने बताया कि उसकी पत्नी, एम आरती, और हसन बचपन के दोस्त हैं। आरती एक आईटी कंपनी में काम करती थी, जबकि बधुशा थुडियालुर में एक दुकान चलाता था। आरोपी ने आरती से अपना व्यवसाय शुरू करने के लिए 2 लाख रुपये का कर्ज भी लिया था। उसने आरती को फंसाने के लिए शादी का वादा भी किया था। सत्यमूर्ति ने आरोप लगाया कि बधुशा अक्सर उनके घर आता था और आरती के मन में उसके खिलाफ नकारात्मक बातें डालने लगा। आरोप है कि बधुशा ने आरती को हिंदू धर्म के बारे में गलत जानकारी देकर और इस्लाम की कथित महानता के बारे में बताते हुए बरगला दिया। इसके अलावा, उसने आरती की 14 वर्षीय बेटी को भी अपने जाल में फंसाने की कोशिश की, उसे कुरान पढ़ने के लिए दिया। इससे उनके बीच झगड़े बढ़ गए। सत्यमूर्ति ने कहा कि इस तनाव के चलते वह अपनी पत्नी और बेटी के साथ 1 जून 2024 को कोल्लमपलायम चले गए, लेकिन 8 जून को थुडियालुर लौटने पर आरोपी ने उन पर हमला किया और आरती से तलाक लेने के लिए धमकी दी। इस शिकायत के आधार पर पुलिस ने हसन बधुशा के खिलाफ आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है। इनमें अश्लील हरकतें, धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने और आपराधिक धमकी जैसे आरोप शामिल हैं। इस बीच, एसडीपीआई ने भी स्पष्ट किया है कि हसन बधुशा को छह महीने पहले पार्टी से निकाला जा चुका था। बंगाल में TMC नेता की पीट-पीटकर हत्या, घर लौटते वक़्त हुआ हमला दहेज़, तीन तलाक और हलाला..! प्रताड़ना में मोहम्मद नईम का पूरा परिवार शामिल, केस दर्ज 15 वर्षीय नौकरानी को मोहम्मद निषाद ने प्रताड़ित करके मार डाला, फिर परिवार सहित फरार