नई दिल्लीः भारत सोना के सबसे बड़े आयातक वाल देश है। देश में हरेक साल 700-800 टन सोने का आयात किया जाता है। सोने को यहां पर सबसे पवित्र धातु के तौर पर देखा जाता है। उपभोक्ता मामलों के मंत्री रामविलास पासवान ने वाणिज्य मंत्रालय से अपील करते हुए कहा कि दीवाली से पहले स्वर्ण आभूषणों के लिए बीआईएस हॉलमार्किग अनिवार्य करने के प्रस्ताव को मंजूरी दे । पासवान ने कहा कि मौजूदा समय में सोने की हॉलमार्किंग स्वैच्छिक है। इसे बहुमूल्य धातु की शुद्धता का प्रमाण माना जाता है। उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय के तहत भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) हॉलमार्किंग की देखरेख करने वाला प्रशासनिक प्राधिकरण है। सोने के आभूषण के लिए उसे हॉलमार्किंग के तीन ग्रेड - 14 कैरेट, 18 कैरेट और 22 कैरेट तय किए हैं। हालांकि, वाणिज्य मंत्रालय विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) को सूचित करने के बाद किसी भी अनिवार्य विनियमन को लागू करने के लिए अधिसूचना जारी कर सकता है। पासवान ने कहा, 'हमने सोने के आभूषणों के लिए अनिवार्य हॉलमार्किंग की अनुमति देने के लिए वाणिज्य मंत्रालय को एक प्रस्ताव भेजा है। उपभोक्ताओं के हित में इसे दिवाली से पहले प्राथमिकता के आधार पर मंजूरी दी जानी चाहिए। मौजूदा वक्त में देश भर में लगभग 800 हॉलमार्किंग केंद्र हैं और केवल 40 फीसद आभूषणों की 'हॉलमार्किग' की जाती है। दिवाली त्योहार के समय सोने के आभूषणों की मांग अधिक होती है। दिग्गज ऑटो कंपनी ने ओला-उबर से संबंधित वित्त मंत्री के बयान को किया खारिज तनिष्क के प्लांट में ऐसे निकाला जाता है 80 किलो धूल से ढाई किलो सोना मुकेश अंबानी के परिवार पर कानून का शिकंजा, 'ब्लैक मनी एक्ट' के तहत आयकर विभाग ने भेजा नोटिस