गाजियाबाद : उत्तर प्रदेश की गाजियाबाद और मेरठ की जेलों से कैदियों के एचआईवी पॉजिटिव होने के मामले लगातार बाद रहे है. गाजियाबाद के डासना मसूरी स्थित जिला कारागार में 27 एचआईवी पॉजिटिव कैदी पाए गए हैं. वहीं मेरठ जेल में 10 बंदियों को एड्स की पुष्टि हुई है, जिसमें से दो कैदी एक माह पूर्व ही एचआईवी पॉजिटिव पाए गए हैं. राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) ने यूपी सरकार को दो दिन पहले ही नोटिस भेज रिपोर्ट तलब किया था. इस जांच के बाद अब गाजियाबाद की जेल में मौजूद 5 हजार कैदियों की जांच की जाना है. गाजियाबाद के डासना जेल में कैदियों को एड्स की पुष्टि के बाद चिकित्सा अधिकारियों ने जेल के प्रत्येक कैदी की एचआईवी जांच करने का फैसला लिया है. एचआईवी पॉजिटिव कैदियों में 1 महिला कैदी और 26 पुरुष कैदी हैं. पिछले साल की गई जांच में भी 49 कैदियों की एचआईवी पुष्टि हुई थी. वही मेरठ के चौधरी चरण सिंह जिला कारागार में पिछले एक महीने में दो बंदियों के एचआईवी पॉजिटिव होने की पुष्टि हुई है. जेल में अब तक 10 कैदियों को एड्स की पुष्टि हो चुकी है. जबकि चार बंदियों पहले से ही एचआईवी पॉजिटिव हैं. दरअसल गोरखपुर में मामला सामने आने के बाद सरकार ने सूबे के सभी जेलों में सर्वे करवाया था. जिसके बाद ये भयावह रिपोर्ट सामने आई है. हरियाणा की जेलों मे पैडवुमन महिला ने किया जयललिता की बेटी होने का दावा रजनी ने कहा, रास्ता काँटों भरा है मै बदलाव ला सकता हूँ