भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में सोमवार को हजारों की संख्या में संविदा स्वास्थ्यकर्मियों ने हल्ला बोल दिया है। शहर के नीलम पार्क में वे एक साथ धरना दे रहे है। आपको बता दें की संविदा स्वास्थ्यकर्मी सरकार से न खुश है इसलिए उसके खिलाफ यह धरना दे रहे है। एनएचएम के संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी अप्रेल माह से भूख हड़ताल कर रहे थे। उन्होंने मंत्री के बंगले का घेराव किया, हॉस्पिटल कैम्पस में धरना दिया और अब परिवार संग भूख हड़ताल कर रहे है। प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ट्विट कर कहा की प्रदेश में हज़ारों संविदा स्वास्थ्य कर्मी पिछले 20 दिनों से हड़ताल पर है। कोरोना के दौरान सरकार इन्हें कोरोना योद्धा बता रही थी, आज यह अपनी मांगो को लेकर आंदोलन कर रहे है। ऐसे में स्वास्थ्य सेवाएँ बदहाल है, संविदा स्वास्थ्य कर्मियों की हड़ताल से आम जनता को बहुत परेशानी हो रही है। कमलनाथ ने कहा की कांग्रेस पार्टी मानवीय और नैतिक आधार पर स्वास्थ्य कर्मियों की वाजिब माँगों का समर्थन करती है। हड़तालकर्मियों की यह है प्रमुख मांगें कर्मचारियों की प्रमुख मांगों में, स्वास्थ्य मिशन के संविदा कर्मचारियों को रिक्त पदों पर नियमित किया जाना चाहिए। साथ ही अन्य कर्मचारियों को नीति रेगुलर कर्मचारियों के समकक्ष 90% वेतनमान तत्काल लागू किया जाए। आउटसोर्स ठेका प्रथा खत्म की जाना चाहिए, निष्कासित किये गए कर्मचारियों पुनः लिया जाए। सपोर्ट स्टॉफ कर्मचारियों को राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन में मर्ज किया जाए। विगत वर्ष 5 दिसंबर से 3 जनवरी तक की गई हड़ताल के दौरान कर्मचारियों पर प्रकरण दर्ज किए थे उन्हें भी तत्काल हटाया जाए। तेज रफ़्तार कार ने ली टीआई की जान, चालक मौके से फरार कमलनाथ का महिलाओ को तोहफा प्रदेश में कांग्रेस सरकार बनी तो मिलेंगे कई लाभ इंदौर: शादी के लिए तैयार थे परिजन, फिर क्यों होटल में प्रेमी जोड़े ने कर ली ख़ुदकुशी ? पुलिस भी हैरान