इंदौर: कोरोना संकट के बीच कई अन्य तरह के मामलों ने परिस्थिति को और अधिक विकट कर दिया है वही इस बीच एक ओर दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है जिसमे शहर के रेसिडेंसी क्षेत्र में शुक्रवार प्रातः 7 बजे एक दर्दनाक दुर्घटना में डंपर पलटने से उसमें उपस्थित रेत के नीचे दबने से पिता-पुत्र की मृत्यु हो गई। पिता-पुत्र डंपर के नीचे एक घंटे तक दबे रहे। मामले की खबर प्राप्त होते ही पुलिस मौके पर पहुंची। लगभग एक घंटे की मशक्कत के पश्चात् JCB की सहायता से दोनों की लाशों को बाहर निकाला गया। लाशों को एमवाय हॉस्पिटल भेज दिया गया। पुलिस मुकदमा दर्ज कर जांच कर रही है। पुलिस के मुताबिक, संयोगीतागंज थाना इलाके में निर्माण कार्य चल रहा था। प्रातः रेत से भरे डंपर को रिक्त करवाने के लिए ठेकेदार गोपाल पवार अपने 12 वर्षीय बेटे गोलू के साथ पहुंचा था। इस के चलते रेत से भरा डंपर निर्माण कार्य के पास बने एक चेंबर में जा फंसा तथा पलट गया। डंपर के पलटने से पिता एवं पुत्र उसके नीचे दब गए। दोनों की मौके पर ही मृत्यु हो गई। कहा जा रहा है कि ठेकेदार घर से बीवी को बोलकर निकला था कि दोपहर में बेटे के साथ खाना खाने आउंगा। इसके पश्चात् पिता-पुत्र रेसीडेंसी क्षेत्र में पहुंचे, जहां पेचवर्क तथा अन्य निर्माण कार्य चल रहा था। इस के चलते ठेकेदार ने बेटे से बोला कि तुम पास में ही खेलो, मैं कुछ काम देख लेता हूं। इतने में रेत से लदा डंपर वहां आया। पिता डंपर खाली कराने आया तो बेटा भी उसके पीछे आ गया। हादसे के समय गोलू पिता के पीछे ही खेल रहा था। दुर्घटना में उसकी भी मौत हो गई। इस राज्य में 5 जुलाई से खुल जाएंगे मल्टीप्लेक्स और जिम कोरोना की तीसरी लहर का कोई डर नहीं, कहीं भारी न पड़ जाए ये 'लापरवाही' नवजोत सिंह सिद्धू पर लटकी बिजली संकट की तलवार, जानिए क्या है मामला?