लखनऊ: उत्तर प्रदेश के बरेली में आईएमसी प्रमुख मौलाना तौकीर रजा खान ने सामूहिक गिरफ्तारी और "जेल भरो" आंदोलन की घोषणा की है। तौकीर रजा ने शुक्रवार की नमाज के बाद बड़े पैमाने पर गिरफ्तारियों की बात कही है, जिसके बाद हजारों लोग सड़कों पर उतर आए। जवाब में पहले से ही भारी पुलिस बल तैनात कर पूरे इलाके को छावनी में तब्दील कर दिया गया है। ड्रोन के जरिए निगरानी की जा रही है। फिलहाल पुलिस तौकीर रजा और उनके समर्थकों को रोकने की कोशिश कर रही है। हालांकि, समर्थकों ने बैरिकेड तोड़ दिए और आगे बढ़ गए, जिससे तनाव बढ़ गया। ज्ञानवापी मामले में फैसले के विरोध में तौकीर रजा के समर्थक शुक्रवार को जेल भरो आंदोलन कर रहे हैं। इससे पहले तौकीर रजा ने हलद्वानी में हुई हिंसा को लेकर विवादित बयान दिया था। उन्होंने कहा, "अगर आप हमारे घरों पर बुलडोजर चलाएंगे तो क्या हम चुप रहेंगे? हम अब किसी भी बुलडोजर को बर्दाश्त नहीं करेंगे। अगर सुप्रीम कोर्ट नोटिस नहीं लेता है तो हम अपना बचाव करेंगे। कानून ने हमें अधिकार दिया है।" उन्होंने कहा कि अगर कोई हम पर हमला करता है तो हम उसे मार दें। इस दौरान रजा ने पीएम मोदी और उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी के बारे में भी अभद्र भाषा का इस्तेमाल करते हुए आपत्तिजनक टिप्पणी की। फिलहाल बरेली में माहौल तनावपूर्ण है, पुलिस प्रशासन हाई अलर्ट पर है। हजारों लोग सड़कों पर उतर आए हैं और पुलिस किसी भी स्थिति के लिए तैयार है। तौकीर रजा ने आगे कहा कि अगर कोई अपराधी है तो उनके घरों, मदरसों और मस्जिदों पर बुलडोजर क्यों चलाया जा रहा है। उन्होंने देश में बढ़ते नफरत के माहौल का हवाला देते हुए इस कार्रवाई का विरोध करने का संकल्प लिया। उन्होंने ऐलान किया कि इसके खिलाफ बरेली से अभियान चलाया जाएगा, जो देश भर में चलेगा। हालांकि, इससे पहले एक वीडियो संदेश में तौकीर रजा ने अपने अनुयायियों से नमाज के बाद शांतिपूर्वक गिरफ्तारी देने का आग्रह किया था। उन्होंने गलत संदेश देने वाली गतिविधियों में शामिल न होने के महत्व पर जोर दिया और प्रदर्शनों या विरोध प्रदर्शनों को संवैधानिक सीमाओं के भीतर रहने की अपील की। बरेली में आईएमसी प्रमुख द्वारा घोषित विरोध प्रदर्शन की आशंका में कड़े सुरक्षा उपाय लागू किए गए हैं। इस्लामिया मैदान में 1000 से अधिक पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है, जिसमें एसपी और डीएसपी समेत सभी अधिकारी मौजूद हैं। साथ ही किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए पीएसी और आरएएफ को तैनात किया गया है। यह स्थिति उत्तराखंड के हलद्वानी में अतिक्रमण हटाओ अभियान के दौरान हुई हिंसा के बाद बढ़े तनाव के बीच सामने आई है। उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश दोनों हाई अलर्ट पर हैं। चौधरी चरण सिंह के साथ कांग्रेस ने कर दिया था खेला, 23 दिन में छोड़ना पड़ा था पीएम पद 'ये गर्व की बात..', नरसिम्हा राव को भारत रत्न मिलने पर आंध्र के पूर्व पीएम चंद्रबाबू नायडू ने दी बधाई पीएम मोदी से मिले सीएम जगन रेड्डी, आंध्र प्रदेश के लिए माँगा विशेष राज्य का दर्जा