बिप्लब के विवादित बयानों का कच्चा चिट्ठा

अगरतला: त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लब देब अपने बयानों को लेकर अक्सर सुर्ख़ियों में रहते हैं, त्रिपुरा में सीएम पद पर रहते हुए कभी उनके द्वारा किए गए कामों की खबर मीडिया में नहीं आती, आती है तो उनके उलजुलूल बयानों की ख़बरें. उनको अभी मुख्यमंत्री का पद संभाले दो महीने का समय भी नहीं हुआ है, लेकिन उनके विवादित बयानों की लंबी फेहरिस्त तैयार हो गई है. वे कभी महाभारत में इंटरनेट होने की बात करते हैं ,तो कभी युवाओं को पान की दुकान खोलने की सलाह देते हैं.

पिछले एक हफ्ते में ही उन्होंने 6 से ज्यादा विवादित बयान दिए हैं, जिसमे सबसे पहले उन्होंने महाभारत में इंटरनेट होने का दावा करते हुए कहा था कि 'भारत युगों से इंटरनेट का इस्तेमाल कर रहा है. महाभारत में संजय ने नेत्रहीन होते हुए भी धृतराष्ट्र को युद्ध के मैदान का हाल सुनाया था, जो इंटरनेट और टेक्नोलॉजी की वजह से ही हुआ.' इसके बाद बिप्लब ने  मिस वर्ल्ड खिताब जितने वाली डायना हेडेन पर बयान देते हुए कहा था कि "डायना की ख़ूबसूरती मुझे समझ नहीं आई." फिर उन्होंने युवाओं को नौकरी के पीछे न भागकर पान की दुकान खोलने की सलाह दी थी, साथ ही ग्रेजुएशन करने के बाद बिप्लब ने विद्यार्थियों को गाय पालने की बात भी कही थी.

त्रिपुरा के बीजेपी नेता बिप्लब कुमार देब ने सिविल सर्विस की तैयारी करने वालों को अजीबोगरीब सलाह देते हुए कहा ‘मैकेनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने वाले लोगों को सिविल सर्विसेज का चयन नहीं करना चाहिए. साथ ही बिप्लब ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बैनर्जी को लेकर भी विवादित बयान देते हुए कहा था कि 'ममता बनर्जी को पहले मंदिर जाना चाहिए. फिर किसी अस्पताल में दिमाग की जांच करानी चाहिए.' इसके बाद जब वे सरकार के समर्थन में उतरे तब भी अपने बोल से विवाद पैदा कर दिया, उन्होंने कहा कि 'मेरी सरकार में ऐसा नहीं होना चाहिए कि कोई उसमें अंगुली मार दे, नाखून लगा दे. जिन्होंने नाखून लगाया, उसका नाखून काट लेना चाहिए. आखिरी बयान बिप्लब ने बुद्ध जयंती पर दिया जहाँ उन्होंने कहा कि बुद्ध ने भारत और कई देशों की पैदल यात्रा कर दुनिया को शांति सन्देश दिया. इस पर इतिहासकारों ने आपत्ति दर्ज कराइ थी, इतिहासकारों ने कहा कि बिप्लब जितना बता रहे हैं, बुद्ध ने उतनी यात्रा की भी है या नहीं ?

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