पिछले एक वर्ष से लगातार कोरोना का कहा दुनियाभर के कोने कोने में बढ़ता ही जा रहा है, और हर दिन कोई न कोई इस वायरस की चपेट में आ कर अपनी जान खो रहा है तो कोई इस बीमारी से जिंदगी की जंग लड़ रहा है. इतना ही नही कोरोना काल में कई ऐसी मौतें भी हुई है जिनकी आज तक कोई रिपोर्ट्स सामने नहीं आए , तो कही इस वायरस के कारण लोगों का दिवाला निकल गया. वहीं एक बार फिर इस कोरोना के संक्रमण से आज के मासूम व्यक्ति ने अपनी जान खो दी है. जी हां बलिया जिले में कोविड-19 के संक्रमण की चपेट में आने से डॉ. जितेंद्र पाल सिंह की रविवार रात मौत हो गई। उनका लखनऊ के PGI में उपचार चल रहा था। बीते सोमवार को कोविड-19 जांच की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के उपरांत चिकित्सकों ने उन्हें PGI के लिए रेफर किया गया था। जंहा इस बात का पता चला है कि कोविड-19 के शुरुआती दौर में मार्च 2019 में डॉ. जितेंद्र पाल सिंह की बलिया में तैनाती हुई थी। इसके पूर्व वे कुशीनगर में वरिष्ठ चिकित्सक के पद पर कार्यरत थे। सीमित समय में ही डॉक्टर बाल कर्मचारियों और जिले के लोगों में काफी लोकप्रिय हो गए थे। डॉक्टर पाल के निधन से स्वास्थ्य विभाग और चिकित्सा जगत में शोक की लहर है। स्वास्थ विभाग के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार रविवार रात दो बजे अचानक उनकी तबीयत खराब हुई और डॉक्टर जब तक स्थिति संभालते उनकी मौत हो गई। गांगुली की तबियत बिगड़ने पर बोले CPM नेता, कहा- उन पर राजनीति में आने का दबाव यूपी पंचायत चुनाव में मतदाता बनने का समय ख़त्म, 22 जनवरी को जारी होगी फाइनल वोटर लिस्ट केंद्र पर बरसे राहुल और प्रियंका, कहा- किसानों के साथ हो रहा 'क्रूरता' का व्यवहार