नई दिल्ली: कोरोना महामारी ने पूरी दुनिया में अपना कहर बरपा रखा है वही कोरोना वायरस का संकट बढ़ता देख प्रशासन तेजी से वैक्सीन लगाने का काम कर रहा है। ऐसे में रमजानों में कोई रोजेदार वैक्सीन लगवाने से हिचके नहीं, इसको लेकर सुन्नी धर्म गुरु की ओर से ‘फतवा’ जारी हुआ है। इसमें बताया गया है कि रोजे की स्थिति में भी टीकाकरण कराया जा सकता है। यह फतवा मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली की ओर से 13 अप्रैल को जारी किया गया। महली सुन्नी धर्म गुरु हैं। दरअसल, वैक्सीन को लेकर यह भ्रम था कि इससे रोजा टूट सकता है। किन्तु रशीद फरंगी ने फतवे या अपनी चिट्ठी से स्पष्ट किया कि कोरोना वैक्सीन लगवाने से रोजा टूटता नहीं है। आगे बताया गया है कि इसलिए रमजान माह में भी कोरोना वैक्सीन लगवाई जा सकती है। रोजा ना टूटने का कारण बताते हुए कहा गया है कि वैक्सीन नसों में दाखिल होती है, पेट में नहीं। इसके कारण रोजा टूटने का डर नहीं होना चाहिए। मध्य प्रदेश के भोपाल के एक व्यक्ति अब्दुल रशीद किदवाई ने प्रश्न किया था कि क्या रमजान के बीच कोरोना की खुराक लगवाने से रोजा नहीं टूटता? इस प्रश्न के उत्तर में ही मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने फतवा जारी करके व्यक्तियों का भ्रम दूर किया। वही देश में बुधवार को कोरोना वायरस संक्रमण के एक दिन में अब तक के सबसे ज्यादा 1,84,372 नये केस सामने आए। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के बुधवार के आंकड़ों के अनुसार, संक्रमण के कुल केस अब 1,38,73,825 हो गए हैं जबकि 13 लाख से ज्यादा लोग अब भी संक्रमण की चपेट में हैं। अवॉर्ड शो में छाया प्रियंका चोपड़ा का पिंक जैकेट, कीमत जानकर हो जाएंगे हैरान कोरोना की चपेट में आए वरिष्ठ DMK नेता टी आर बालू, ले चुके है कोरोना वैक्सीन की पहली डोज बॉलीवुड के बाद अब हॉलीवुड फिल्म में नजर आएंगी हुमा कुरैशी, रिलीज हुआ ट्रेलर