दुबईः कोरोना वायरस महामारी के चलते पूरी दुनिया के कई देशों की आर्थिक स्थिति डांवाडोल हो गई है. फिलहाल क्रूड आयल के सबसे बड़े उत्पादक देशों में शामिल सऊदी अरब ने भी देश में कई वस्तुओं के करों में तीन गुना की बढ़ोतरी कर दी है. इसके साथ कई प्रमुख परियोजनाओं को पूरा करने के लिए जारी की गई राशि में 26 अरब डॉलर की कटौती का निर्णय भी लिया है. सऊदी अरब की इकॉनमी मुख्यतः क्रूड आयल पर टिकी है. फिलहाल क्रूड आयल की कीमत 30 डॉलर प्रति बैरल पर आ गई है, जिससे उसकी कमाई को बड़ा झटका लगा है. इसके अलावा इस वर्ष हज भी नहीं हुआ, जिसमें पूरी दुनिया से करोड़ों मुस्लिम तीर्थयात्री, दर्शन के लिए मक्का व मदीना में आते थे. हज के चलते भी सऊदी अरब को काफी आमदनी होती थी. खाड़ी देशों की मुख्य कमाई तेल के उत्खनन से ही होती है. हालांकि इस बार कोरोना वायरस और लॉक डाउन के चलते क्रूड आयल की कीमतों में लगातार कमी हो रही थी. इसके अलावा अप्रैल में कच्चे तेल की कीमत शून्य से भी नीचे चली गई थी. ऐसे में अब उम्मीद जताई जा रही है कि सऊदी अरब के पड़ोसी मुल्क भी अपने यहां कई वस्तुओं पर टैक्स में वृद्धि कर सकते हैं. जल्द भारत लाया जा सकता है भगोड़ा नीरव मोदी, लंदन कोर्ट में प्रत्यर्पण के लिए सुनवाई शुरू परमाणु युद्ध की तैयार कर रहा चीन ? 300 फीसदी बढ़ाना चाहता है न्यूक्लियर हथियार ब्रिटेन में 1 जून तक बढ़ाया गया लॉकडाउन, पीएम बोले- छूट देने पर चल रहा विचार