कोविड की दूसरी लहर निरंतर बढ़ते आंकड़ों से डरा रही हैं और हर दिन नए मामले सामने आ रहे है। बीते दिन जोधपुर में 34 मौतें हुई जिसे जान सभी हैरान रह गए। इसी के साथ ही 2036 नए पॉजिटिव आए और 1021 मरीज डिस्चार्ज हो चुके है। अप्रैल में कुल संक्रमितों की मौत का आंकड़ा 377 पहुंच गया और 30487 मरीज पॉजिटिव पाए गए है। लेकिन जिसके मुकाबले 10775 मरीज ही डिस्चार्ज हुए हैं। केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्रसिंह शेखावत के माता-पिता भी कोविड संक्रमण की चपेट में आ गए हैं और उन्हें एम्स में भर्ती करवाया गया है। जबकि जनवरी से अब तक 33334 मरीज संक्रमित, 13149 मरीज डिस्चार्ज और 411 मरीजों की जान जा चुकी है। कोविड काल में सबसे खतरनाक अप्रैल का महीना रहा। जिसके बीते चार दिनों में 140 मौत हो चुकी हैं। जबकि शुरुआती 20 दिन में 113 संक्रमित मरीजों की जान जा चुकी है। जिसके उपरांत मौत का जो सिलसिला चला, वह रुकने का नाम नहीं ले रहा है। गत 9 दिनों में 264 संक्रमितों की माैत के साथ इस महीने 411 से अधिक मौतें हो चुकी हैं। स्थानीय रिपोर्ट में 2036 पॉजिटिव कहे जा चुके है। इनमें शास्त्रीनगर में 348, मसूरिया में 250, मधुबन में 197, रेजिडेंसी में 195, बीजेएस में 143, प्रताप नगर में 94, शहर परकोटा में 66, महामंदिर 56 और उदयमंदिर 20 और संक्रमित मिले। ग्रामीण ब्लॉक में बनाड़ में 163, ओसियां में 161, सालावास में 101, बिलाड़ा में 68, भोपालगढ़ में 55, फलोदी में 50, बावड़ी में 38, बालेसर में 21 शेरगढ़ में 8 और बाप में 2 संक्रमित पाए गए है। लखनऊ में निर्वस्त्र मिला युवती का शव, दुष्कर्म के बाद हत्या की आशंका एडीपी रिसर्च इंस्टीट्यूट का दावा, कहा- "भारत में लगभग 95 प्रतिशत श्रमिकों..." अप्रैल-जून तिमाही 2021 में भारत में उपभोक्ता सोने की मांग में आई गिरावट: रिपोर्ट