बीजिंग: बीते कई दिनों से लगातार अपने पांव पसारता जा रहा कोरोना वायरस अब थमने का नाम नहीं ले रहा है हर दिन इस वायरस का प्रकोप बढ़ता ही जा रहा है, जिसके कारण आज मानवीय पहलू तबाही की कगार पर पहुंच चुका है. हर दिन इस वायरस के कारण न जाने ऐसे कितने परिवार है जी मौत का शिकार हो रहे है, वहीं इस वायरस का संक्रमण लोगों की जान का दुश्मन बनता जा रहा है रोजाना इसकी चपेट में आने से लाखों लोग संक्रमित हो रहे है. यदि हम बात करें दुनियाभर में मरने वालों की तो अब तक 2 लाख 11 हजार से अधिक लोगों की मौते हो चुकी है. मिली जानकारी के अनुसार वैज्ञानिकों ने हवा में कोरोना वायरस की आनुवंशिक सामग्री की उपस्थिति पता लगाया है. लेकिन, वे कहते हैं कि यह स्पष्ट नहीं है कि इन वायरल कणों से बीमारी हो सकती है या नहीं. वुहान, चीन में दो अस्पतालों और कुछ सार्वजनिक क्षेत्रों के आसपास के वातावरण की निगरानी करके शोधकर्ताओं ने कोरोना वायरस आरएनए के लिए हॉटस्पॉट का पता लगाया. इन शोधकर्ताओं में वुहान विश्वविद्यालय के वैज्ञानिक भी शामिल थे.अध्ययन के अनुसार, इस पदार्थ में किसी को संक्रमित करने की क्षमता है या नहीं, यह फिलहाल स्पष्ट नहीं है. हालांकि अध्ययन के लिए नमूने का आकार छोटा था. निष्कर्ष निकालने के लिए 31 स्थानों से 40 से कम नमूने लिए गए थे. शोधकर्ताओं के अनुसार, पर्याप्त स्वच्छता, हवा की अच्छी आवाजाही और कम लोगों की भीड़ वायरस के जोखिम को कम कर सकती है. वैज्ञानिक के. लान और उनकी टीम ने फरवरी और मार्च 2020 के दौरान कोविड-19 के रोगियों के इलाज के लिए दो सरकारी अस्पतालों के आसपास एरोसोल जाल स्थापित किए. इनमें गंभीर बीमारी वाले रोगियों के लिए ग्रेड-ए तृतीयक अस्पताल और हल्के लक्षणों वाले रोगियों के लिए क्षेत्र अस्पताल शामिल था. अध्ययन से पता चला कि जिस इलाके में चिकित्साकर्मी सुरक्षात्मक उपकरण रखते थे, वहां आरएनए की मौजूदगी ज्यादा पाई जाती थी. वैज्ञानिकों ने कहा कि स्वच्छता के प्रयासों में वृद्धि के बाद चिकित्सा कर्मचारियों के क्षेत्रों में हवाई सार्स-सीओवी -2 आरएनए का कोई उल्लेखनीय प्रमाण नहीं मिला. मीडिया पर जमकर भड़के ट्रम्प, कहा- मैं अमेरिका का सबसे मेहनती राष्ट्रपति, फिर भी.... पूरी दुनिया में महामारी फैलाने वाला वूहान हुआ 'कोरोना मुक्त' ! कोरोना में उलझी है दुनिया, उधर दक्षिण चीन सागर में खौफनाक प्लान बना रहा 'चीन'