मध्य प्रदेश की राजधानी और आर्थिक राजधानी में लगातार कोरोना के मरीज मिल रहे है. वहीं, कोरोना के हॉट स्पॉट बने भोपाल व इंदौर में इस संकट से निपटने के लिए सरकार ने राज्य प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों को अतिरिक्त रूप से तैनात कर दिया है. भोपाल नगर निगम में भी नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग के दो अधिकारियों को भेजा गया है. प्रदेश में सबसे ज्यादा कोरोना पीड़ित इंदौर में सामने आए हैं. इसके बाद पिछले दिनों वहां कलेक्टर के रूप में मनीष सिंह को भेजा गया था. स्थिति को देखते हुए अब सरकार ने एसएएस अधिकारियों की सेवाएं उनके अधीन की हैं. भोपाल कोरोना पीड़ितों के मामले में दूसरे स्थान पर है. यहां एसएएस के दो अधिकारियों की सेवाएं कलेक्टर से संलग्न की गई हैं. इसके साथ ही नगर निगम में दो अपर आयुक्त भी बनाए गए हैं. अभय अरविंद बेडेकर, सीईओ, रेरा, देवेंद्र कुमार नागेंद्र, संयुक्त नियंत्रक, खाद्य एवं औषधि प्रशासन, भोपाल, विशाल सिंह चौहान, अपर कलेक्टर, राजगढ़, शाश्वत सिंह मीना, अवर सचिव, जीएडी, राजेंद्र सिंह रघुवंशी, संयुक्त कलेक्टर, देवास, अनिल भाना, डिप्टी कलेक्टर, झाबुआ, अखिल राठौर, डिप्टी कलेक्टर, अलीराजपुर, भूपेंद्र रावत, डिप्टी कलेक्टर, धार, इनकी सेवाएं भोपाल कलेक्टर के अधीन, प्रताप नारायण यादव, जीएडी (पूल), क्षितिज शर्मा, अवर सचिव, राज्य निर्वाचन आयोग इनकी सेवाएं इंदौर कलेक्टर के अधीन रहेगी. बता दें की मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए इंदौर में अतिरिक्त अफसर तैनात किए गए हैं. कलेक्टर व एसएसपी पूरी मेहनत कर रहे हैं. उनके सहयोग के लिए अलग से कुछ अफसर लगाए गए हैं. इंदौर को अलग-अलग जोन में बांटकर हर जोन की जिम्मेदारी अलग-अलग अधिकारियों को दी जाने वाली है. उनके साथ पुलिस का एक अधिकारी होगा और वे लोकल टीम के साथ वहां व्यवस्थाएं बनाने का काम करेंगे, जिससे लॉकडाउन का पूरा पालन हो और लोगों को चीजों की कमी न हो. लॉकडाउन में दूकान खोलकर खेल रहे थे जुआ, 10 गिरफ्तार भोपाल में 22 नए मरीज मिले कोरोना पॉजिटिव, दो साल का बच्चा भी हुआ संक्रमित इस शहर में 24 घंटे में काेराेना से 7 संक्रमितों की हुई माैत