वाशिंगटन: दुनियाभर में निरंतर बढ़ता ही जा रहा कोरोना खौफ और आतंक अब थमने का नाम नहीं ले रहा है. हर दिन इस वायरस की चपेट में आने से कई जिंदगियां बर्बाद हो रही है. कोरोना वायरस ने अब एक महामारी के रूप भी ले लिया है, जंहा इस वायरस के कारण लोगों के घरों में खाने की किल्लत बढ़ती ही जा रही है. और न जाने इस वायरस के कारण कितनी और ऐसी जिंदगी बर्बाद ही जाएगी. वहीं विश्‍व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organization यानी WHO) ने कहा है कि कोविड-19 के प्रकोप को पूरी तरह रोकने के लिए सुरक्षित और प्रभावी वैक्सीन की जरूरत है. डब्लूएचओ के महा निदेशक टेड्रोस एडहैनम घेब्रेयसस ने सोमवार को आनलाइन ब्रीफिंग में कहा कि आज दुनिया भर के लोग जिस तरह एक-दूसरे से जुड़े हैं उससे इस वायरस के बार-बार पनपने और महामारी बनने का खतरा है. इस महामारी पर सुरक्षित और प्रभावी वैक्सीन विकसित करके ही काबू पाया जा सकता है. डब्लूएचओ प्रमुख ने कहा कि कोविड-19 वायरस स्वाइन फ्लू के वायरस एच-1एन-1 वायरस से दस गुना घातक है. उल्लेखनीय एच-1एन-1 वायरस ने 2009 में कई देशों में कहर बरपाया था. उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि मुझे पूरी उम्मीद है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप डब्लूएचओ को दिये जाने वाले आर्थिक योगदान में कोई कटौती नहीं करेंगे. उन्होंने कहा कि ट्रंप से दो सप्ताह पूर्व फोन पर बात हुई थी. जहां तक मुझे जानकारी है वे बहुत मददगार हैं. मुझे उम्मीद है कि वे डब्लूएचओ के फंड में कोई कटौती नहीं करेंगे. गौरतलब है कि अमेरिकी राष्ट्रपति ने डब्लूएचओ प्रमुख पर कोरोना के बारे में सही जानकारियां छिपाने और चीन के साथ मिलीभगत करने का आरोप लगाते हुए अमेरिकी फंडिंग रोकने की चेतावनी दी थी. कोरोना वायरस की चपेट में आकर दुनिया में अब तक 1,14,000 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है. इस वायरस का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है. चीन जो इस महामारी पर लगभग जीत दर्ज कर चुका था अब वहां फिरसे कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ने लगे हैं. लॉकडाउन के कारण बढ़ रहे घरेलु हिंसा के मामले, पॉप फ्रांसिस ने पीड़ितों के लिए की प्रार्थना चीन के स्कूलों में खेल प्रतियोगिताओं पर लगा प्रतिबंध यदि नहीं थमा कोरोना तो गिर सकती है अमेरिका की अर्थव्यवस्था