नई दिल्ली: जंहा एक तरफ कोरोना वायरस का कहर लगातार बढ़ रहा है, तो वहीँ इस वायरस के मरने और संक्रमित होने वालों का आंकड़ा और भी तेजी से बढ़ता जा रहा है. इस वायरस ने देश के कोने कोने हो प्रभावित किया है. और अब तो ये कहना और भी मुश्किल होता जा रहा है की इस वायरस से कब तक झूझना पड़ सकता है. और अब तो देश के कई इलाकों की दशा और भी बदतर होती जा रही है. ग्रामीण इलाके कोरोना की चपेट में: SBI ने जुलाई-अगस्त से कोरोना के नए ट्रेंड की इशारा कर दिया है. इस बीच अभी तक अपेक्षाकृत बचे हुए ग्रामीण क्षेत्रों में कोविड-19 की चपेट में आए गए हैं. जबकि कोविड-19 काल में अर्थव्यवस्था का पूरा दारोमदार कोविड से बचे हुए ग्रामीण भारत पर टिका हुआ था और बोला जा रहा है कि ग्रामीण क्षेत्र ही अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने में अहम साबित होने वाले है, लेकिन जुलाई से कोविड-19 ग्रामीण क्षेत्रों में तेजी से फैलता जा रहा है. इस महीने में कुल कोरोना केस में 51 प्रतिशत ग्रामीण क्षेत्रों से आए थे, वहीं अगस्त के पहले पखवाड़े में यह बढ़कर 54 प्रतिशत हो चुका है. कोरोना की मृत्युदर में लगातार सुधार: कोविड की मृत्युदर में निरन्तर सुधार आ रहा है और यह 1.92 प्रतिशत के नीचे पहुंच गया है. हालांकि अभी भी एशिया में इंडिया में कोविड-19 से मृत्यु दर सबसे अधिक है. स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने इसे एक प्रतिशत के नीचे लाने का लक्ष्य रखा है. वहीं SBI ने कोविड-19 के अर्थव्यवस्था को हुई क्षति के कारण मृत्युदर मे बढ़ोत्तरी की आशंका है. नुकसान उठा रहे व्यापारियों से डिजिटल संवाद करेंगे सीएम केजरीवाल, 23 अगस्त को होगी वार्ता नीम करेगा 'कोरोना महामारी' का खात्मा ? देश में जल्द शुरू होगा ह्यूमन ट्रायल देश के सबसे युवा पीएम रहे राजीव गांधी की जयंती आज, PM मोदी और राहुल ने दी श्रद्धांजलि