वाशिंगटन: चीन, साउथ कोरिया और विश्व के कई देशों में कोरोना वायरस से सम्बंधित एक समस्‍या सामने आई है। कोरोना वायरस से रिकवर हो चुके पेशेंट्स बाद में फिर से पॉजिटिव निकल रहे हैं। वुहान के डॉक्‍टर्स ने यह पाया कि कई मामलों में ठीक होने के बाद पेशेंट टेस्‍ट में नेगेटिव आया। लेकिन 50 से 70 दिन बाद फिर पॉजिटिव पाया गया। वर्ल्‍ड हेल्‍थ ऑर्गनाइजेशन ने शनिवार को एक ट्वीट करते हुए कहा कि कोरोना वायरस से रिकवर होने वाले लोगों के शरीर में एंटीबॉड्रीज बनती हैं या वे सेकेंड इन्‍फेक्‍शन से सुरक्षित हैं, इस बात के कोई साक्ष्य नहीं हैं। हालांकि बाद में, WHO ने यह ट्वीट डिलीट कर दिया। WHO के इसी ट्वीट को कोट करते हुए अमेरिका की यूनिवर्सिटी और मैरीलैंड में इन्‍फेक्शियस डिलीजेज के चीफ फहीम यूनुस ने कहा कि लोगों को अकारण डराने की आवश्यकता नहीं है। उन्‍होंने कहा कि 'वायरल इन्‍फेक्‍शन से पूरी तरह ठीक होने वाले मरीज आमतौर पर इम्‍यून हो जाते हैं। यह इम्‍यूनिटी महीनों से लेकर वर्षों तक चल सकती है। उन्‍होंने यह भी कहा कि सबूतों का अभाव, अभाव का सबूत नहीं है।' डॉक्‍टर के इस ट्वीट के कुछ देर बाद ही, विश्व स्वास्थ्य संगठन ने अपना ट्वीट डिलीट कर दिया। कोरोना वायरस के समाप्त होने के बाद ऐसा होगा नया भारत OMG! ठीक होने के बाद भी 21 दिनों तक आँखों में रह सकता है कोरोनावायरस चीन को तगड़ा झटका, भारत को मिलेगी WHO में बड़ी जिम्मेदारी